कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। साल 1842 में 29 अगस्त को जन्में अल्फ्रेड शॉ इंग्लैंड क्रिकेट के बेहतरीन खिलाड़ियों में एक रहें हैं। अपने पूरे करियर में महज 7 टेस्ट मैच खेलने वाले अल्फ्रेड के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, अल्फ्रेड टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे पहली गेंद फेंकने वाले गेंदबाज हैं। उनके नाम कुल 12 विकेट दर्ज हैं। यही नहीं अल्फ्रेड ने 404 फर्स्ट क्लॉस मैच भी खेले जिसमें उन्होंने 2027 विकेट लिए।

इस दिन फेंकी थी गेंद

टेस्ट इतिहास का पहला मैच 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में खेला गया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का निर्णय लिया। अस्ट्रेलियाई बल्लेबाज चार्ल्स बनरमैन और एम थॉम्पसन ओपनिंग करने मैदान पर आए और इधर इंग्लैंड के तेंज गेंदबाज अल्फ्रेड शाह हाथों में गेंद लिए तैयार थे। अल्फ्रेड के नाम टेस्ट क्रिकेट का पहला ओवर और पहली गेंद फेंकने का रिकॉर्ड दर्ज है। अल्फ्रेड ने ये गेंद बनरमैन को फेंकी थी मगर उन्हें आउट नहीं कर पाए। अल्फ्रेड ने इस पारी में 3 विकेट लिए थे और पूरी कंगारू टीम 245 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इसके जवाब में इंग्लैड टीम पहली पारी में 196 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कुछ ज्यादा कमाल नहीं कर पाए, पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 104 रन पर ढेर हो गई। अब इंग्लैंड को जीत के लिए 154 रन चाहिए थे मगर इंग्लिश बल्लेबाज यह लक्ष्य भी नहीं पा सके। मेहमान टीम 108 रन पर सिमट गई और ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 45 रन से जीत लिया।

इंग्लैड के बेस्ट बॉलर थे अलफ्रेड

अलफ्रेड शॉन अपना करियर 1864 मे शुरु किया था। उन्होंने कई चैम्पियनशिप मे भी हिस्सा लिया। शॉन इंग्लैंड की क्रिकेट टीम की कुछ समय तक कप्तानी भी की। उन्होने अपनी कप्तानी के दौरान इंग्लैंड को कई मैच जिताये। अल्फ्रेड राइट हैंड गेंदबाज थे। शॉ ने अपने कॅरियर के दौरान 2000 से भी ज्यादा विकेट लिए। 1874 मे उन्होने ने पूरे के पूरे दस विकेट लिए थे। 1870 के दशक मे शॉ इंग्लैंड के बेस्ट बॉलर थे। इतना ही नही शॉ ने पहले टेस्ट मैच मे पांच विकेट भी चटकाए थे।

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