अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन के साथ कुंभनगरी महोत्सव का समापन

ALLAHABAD: श्री विष्णु जन कल्याण सेवा समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय कुंभनगरी महोत्सव का शनिवार को बोट क्लब परिसर में समापन हुआ। समापन अवसर पर अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें कवियों ने एक से बढ़कर एक हास्य रचनाओं की प्रस्तुति से महफिल में चार चांद लगा दिया। हास्य कवि अशोक बेशरम ने 'सिरफिरोशी की तमन्ना सिरफिरों के दिल में है, क्या पता कितना कमीशन किसकी किसकी बिल में है' पंक्तियां सुनाकर समां बांध दिया। राधेश्याम भारती ने 'मुफ्त में नौकरी लोगे कोई खैरात बंटती है, निकालो दाम ले जाओ यहां हर चीज बिकती है' पंक्तियां सुनाई।

कवियों का हुआ सम्मान

महोत्सव के दौरान संयोजक अजय राय व समाजसेवी कृष्ण कुमार पाठक की ओर से मंच पर कवियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले कवियों में रत्‍‌नाकर तनहा, शिव किशोर खंजन, अशोक बेशरम, जीतेन्द्र जलज, विभा शुक्ला, लालजी देहाती, राजेश राज, नजर इलाहाबादी, अजय प्रेमी शामिल रहे।