-मेडिकल कॉलेज में उद्घाटन पर तैयारी
- आज होना है एमआरआई व सेंटर पैथालोजी का उद्घाटन
- इंस्पेक्शन कर जानेंगे मरीजों का हाल
GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर व्यवस्था पटरी से उतर गई है। मरीजों के लिए न तो दवाइयां मौजूद हैं और न ही जरूरी सर्जिकल सामान। मेडिकल कॉलेज में आए दिन नई-नई योजनाओं और सुविधाओं का शिलान्यास तो किया जाता है, लेकिन उसके बाद वहां की स्थिति क्या है? इसके पलट कर देखने भी कोई नहीं पहुंचता। मंगलवार को एक बार फिर मेडिकल कॉलेज में एमआरआई सेंटर और पैथालॉजी का इनॉगरेशन होना है। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह मेडिकल कॉलेज पहुंचेंगे। इस दौरान वह सभी वार्ड के इंस्पेक्शन के साथ अपने मातहतों के साथ एक मीटिंग में भी हिस्सा लेंगे। अब देखना यह है कि मंत्री जी भी सिर्फ फीता काटकर अपना कोरम पूरा कर निकल जाते हैं या फिर उन्हें पूर्वाचल के मरीजों का कोई ख्याल है।
बिलबिला रहे हैं मरीज
मेडिकल कॉलेज में संसाधनों का अभाव है। इसकी वजह से वार्ड में गर्मी के मारे महीनों से मरीज बिलबिला रहे हैं। एक माह से वह ऑपरेशन के इंतजार में मरीज पड़े हैं, उनके साथ तीमारदार भी परेशान हो रहे हैं। आर्थो वार्ड में कुल 28 से अधिक मरीज हैं, जिनका मेजर ऑपरेशन होना है। मगर डॉक्टर संसाधन न होने का हवाला देकर लगातार ऑपरेशन टालने में लगे हुए हैं। ऐसे में मरीजों की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है।
प्रॉब्लम की लंबी है लिस्ट
- ड्रग स्टोर में दवाओं का अकाल
- सर्जिकल सामानों का टोटा
- सीआर्म मशीन खराब, मेजर ऑपरेशन बंद
- ट्रॉमा सेंटर व मेन ओटी का ऑपरेशन टेबल खराब
- 100 बेड वार्ड में ऑक्सीजन सेक्शन खराब
- बर्न वार्ड में एसी व पंखों की हालत
- बदहाल प्राइवेट वार्ड का हाल