-अभियान में लगाई गई थीं 200 से अधिक टीमें

-घर-घर जाकर कराई गई मरीजों की स्क्रीनिंग

PRAYAGRAJ: 2025 तक पोलियो उन्मूलन अभियान के तहत सक्रिय रोगियों की पहचान का अभियान चलाया जा रहा है। इस दिशा में 10 से 23 अक्टूबर के बीच घर-घर जाकर मरीजों की पहचान की गई। इस दौरान मिले पॉजिटिव मरीजों का इलाज शुरू करा दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि मरीजों को सरकार से मिलने वाले लाभों को भी दिलाया जाएगा।

4.5 लाख संभावित मरीजों की जांच

अभियान के दौरान कुल 204 टीमें बनाई गई थीं। इनका काम घर घर जाकर संभावित टीबी के मरीजों की स्क्रीनिंग करना था। टीमों ने कुल 4.5 लाख मरीजों की स्क्रीनिंग एवं 2831 सैंपल की जांच कराई। इसके बाद 159 टीबी के पाजिटिव मरीज पाए गए। इनमें से 157 मरीजों का इलाज शुरू किया गया है। बचे हुए मरीजों का भी दो दिनों में उपचार शुरू करा दिया जाएगा। नोडल अधिकारी डीटीओ डॉ। एके तिवारी ने बताया कि मरीजों को नि:शुल्क चिकित्सा उपचार एवं पोषण योजना के तहत उपचार के दौरान दी जाने वाली सहायता धनराशि 500 प्रतिमाह से लाभांवित कराया जाना है।

शंकरगढ़ में सबसे ज्यादा मरीज

पब्लिक प्राइवेट मिक्स कोऑर्डिनेटर आशीष सिंह ने बताया कि इस अभियान में सबसे ज्यादा 19 मरीज शंकरगढ़ में मिले हैं। उन्होंने बताया कि शंकरगढ़ का क्षेत्र पहाड़ी है। यहां पत्थर का काम होता है, जिसकी वजह से भी वहां पर ज्यादा मरीज पाए जाते हैं । इसलिए टीमों को अधिक सचेत रहने के लिए कहा गया है। अगर नए मरीज सामने आते हैं तो उनको भी नजदीकी केंद्र पर भेजा जाएगा।

चिन्हित किए गए मरीजों को इलाज के लिए प्रेरित करना भी हमारा काम है। टीमों का उत्साह बढ़ाते हुए अब मरीजों के फॉलोअप पर भी काम किया जा रहा है।

-डॉ। मेजर गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ प्रयागराज