4000 से अधिक श्रद्धालु हुए बीमार

102 मरीज मेला हॉस्पिटल में हुए भर्ती

11 मरीजों को किया गया रेफर

हॉस्पिटल्स में सुबह से शाम तक लगी रही मरीजों की भीड़

बीपी और सांस के पेशेंट्स से फुल रही ओपीडी

PRAYAGRAJ: मौनी अमावस्या स्नान पर चार हजार से अधिक श्रद्धालु बीमार हो गए। उन्हें इलाज के लिए नजदीक के हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जबकि सीरियस मरीजों को भीड़ के चलते एंबुलेंस में हॉस्पिटल पहुंचाना मुश्किल साबित हुआ। सड़कों पर जगह नहीं होने से उनको रेंगकर हॉस्पिटल तक का सफर तय करना पड़ा। इस बीच मरीज की जान सांसत में फंसी रहीं।

डुबकी लगाते ही लगी तेज ठंड

श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा ठंड ने धोखा दिया। संगम पर ठंडे पानी में डुबकी लगाते ही ब्लड प्रेशर और सांस के मरीजों को अधिक दिक्कत हुई। अचानक बीपी बढ़ जाने से वह स्थिर नहीं हो सके और उनको तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया गया। अधिक गंभीर मरीजों के लिए एंबुलेंस बुलानी पड़ी। घाटों पर भारी भीड़ के चलते मरीजों को हॉस्पिटल पहुंचाना मुश्किल रहा। इनमें से 11 मरीज इतने सीरियस थे कि उन्हें इलाज के लिए एसआरएन, काल्विन और बेली हॉस्पिटल रेफर किया गया। उनको मेले से बाहर लाने में भी एंबुलेंस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि इस बीच लोगों ने एंबुलेंस को निकलने के लिए रास्ता देने की पूरी कोशिश की।

मेला हॉस्पिटल में एडमिट हुए पेशेंट्स

इसी तरह मेले में हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी 102 रही। इनको स्टेबल करने के बाद ही डिस्चार्ज किया गया। बहुत से मरीजों का ठंड से शरीर अकड़ गया था। उनको तत्काल दवाएं दी गई। अधिकतर मरीज अधिक उम्र के थे, जिन्हें ठंड की वजह से सांस लेने या सीने में दर्द की शिकायत हो रही थी। डॉक्टर्स का कहना था कि ठंड के मौसम में स्नान करने के साथ अपनी सेहत का भी ख्याल रखें। क्योंकि जरा सी लापरवाही दिक्कत पैदा कर सकती है।