99 कुल 108 और 102 एंबुलेंस हैं शहर में विभाग के पास

52 एंबुलेंस की माघ मेले में लगाई गई है ड्यूटी

500 से अधिक हैं प्राइवेट एंबुलेंस शहर में कुल

-मेले में लगाई गई हैं 52 एंबुलेंस, शहर में हो सकती है क्राइसिस

-अचानक इमरजेंसी होने पर खड़ी हो सकती है मुश्किल

PRAYAGRAJ: माघ मेले के दौरान अपना हेल्थ और वेल्थ दोनों का बैलेंस बनाकर रखिए। इस दौरान आपको प्राइवेट एंबुलेंस की सेवा लेनी पड़ सकती है। वजह, सरकारी एंबुलेंस के मेले में अटैच हो जाने से ऐसी दिक्कत होना लाजिमी है। मेला शुरू होते ही इसका असर भी दिख सकता है। बता दें कि शहर में 108 और 102 एंबुलेंस सेवा का संचालन किया जा रहा है। लेकिन मेले में अधिकतर श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए बड़ी संख्या में एंबुलेंस को ड्यूटी पर तैनात किया गया है।

अलग-अलग प्वॉइंट्स पर तैनाती

माघ मेले में कुल 52 अलग-अलग प्वॉइंट्स चिंहित किए गए हैं। इन्हीं जगहों पर एंबुलेंस की तैनाती की गई है। इसके लिए कुछ एंबुलेंस दूसरे शहर से मांगी गई हैं तो कुछ जिले की 102 और 108 एंबुलेंस को लिया गया है। इन सभी की तैनाती माघ मेला में की जानी है। ऐसे में मेले के दौरान शहर के लोगों को एंबुलेंस की क्राइसिस से गुजरना पड़ सकता है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के पास जिले में कुल 99 एंबुलेंस मौजूद हैं। इनमें एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस भी शामिल हैं।

प्राइवेट में देने होंगे अधिक पैसे

सरकारी एंबुलेंस नि:शुल्क हैं तो प्राइवेट में अधिक पैसे देने पड़ सकते हैं। शहर में 500 से अधिक प्राइवेट एंबुलेंस हैं और यह किमी के हिसाब से पैसे वसूलते हैं। गंभीर मरीजों के लिए कई बार अधिक दाम लिया जाता है। शहर में मरीज को ढोने के लिए मोटी रकम देनी पड़ती है। यही कारण है कि लोग इनकी सेवा लेने से कतराते हैं। प्राइवेट वाहनों में एंबुलेंस के मानक भी पूरे नहीं किए जाते हैं। जिससे मरीज की जान को खतरा हो सकता है।

दूसरे जिलों ने खड़े किए हाथ

वहीं दूसरे जिलों ने एंबुलेंस देने में हाथ खड़े कर दिए हैं। यूपी के अन्य जिलों से स्वास्थ्य विभाग ने मेले के लिए एंबुलेंस मांगी थी लेकिन उन्होंने कमी का बहाना बना दिया। कुल मिलाकर जितनी एंबुलेंस की डिमांड की गई थी, उसकी 50 फीसदी ही मुहैया कराई गई हैं। इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने नाराजगी भी जाहिर की है। हालांकि इस कमी को अब पूरा कर लिया गया है।

स्नान पर्वो पर होगी अधिक प्राब्लम

आम दिनों में हो सकता है इतनी दिक्कत न हो लेकिन मेले के स्नान पर्वो पर अधिक प्रॅाब्लम फेस करनी पड़ सकती है। इन दिनों लाखों-करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे। ऐसे में मेले में लगाई जाने वाली एंबुलेंस की संख्या में अचानक बढ़ोतरी भी हो सकती है। ऐसे में आम आदमी को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।