-ई-रिक्शा चालक की मौत के बाद गुजरात में रहने वाले भाई ने किया आने से इंकार तो लोगों ने कराया अंतिम संस्कार

PRAYAGRAJ: बलुआघाट के कुछ लोगों ने मंगलवार को इंसानियत की एक अनूठी मिशाल पेश की। इन लोगों ने मिलकर बीमारी से दम तोड़ने वाले ई-रिक्शा चालक का अंतिम संस्कार किया। ई-रिक्शा चालक की मौत की खबर मिलने के बाद गुजरात में रहने वाले उसके परिजनों से आने से इंकार कर दिया था।

कई साल से रहता था मोहल्ले में

मध्य प्रदेश के सतना स्थित गौशाला थानाक्षेत्र के बजरहा टोला निवासी कई साल से बलुआघाट में अकेले रहता था। पहले वह साइकिल रिक्शा चलाया करता था। इधर कुछ महीनों से वह किराए पर लेकर ई-रिक्शा चलाकर जीवकोपार्जन करता था। पिछले तीन साल से वह बलुआघाट झाल के पास ही रह रहा था। वहीं रिक्शे पर खाता और सोता भी था। सोमवार रात सोया तो सुबह नहीं उठा। दिन चढ़ा तो लोग जगाने पहुंचे पता चला वह मर चुका है।

डायरी में था नंबर

सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक की जेब में मिली डायरी में दर्ज मोबाइल नंबर पर कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को मृतक का भाई बताया और अपनी फैमिली के साथ गुजरात में रहता है। उसने मजबूरी जताते हुए कहा कि वह किसी भी सूरत में आ नहीं सकता। यह सुनकर वहां मौजूद कुछ लोगों की इंसानियत जग गई। पोस्टमार्टम बाद इन लोगों ने अपने पैसे से पुलिस की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार कराया।

मृतक की जेब की डायरी में मिले नंबर से उसके भाई को सूचना दी गई। उसने आने से इंकार कर दिया। पुलिस ने उसके शव का पोस्टमार्टम करवा दिया। बलुआघाट के कुछ इंसानियतपरस्त लोगों ने उसका अंतिम संस्कार करवाया।

-वीके सरोज, प्रभारी इंस्पेक्टर मुट्ठीगंज