-एएमए कॉन-2019 प्रयागराज में बोले देशभर से आए कैंसर स्पेशलिस्ट

-कैंसर के इलाज की आधुनिक तकनीक पर की गई चर्चा

<-एएमए कॉन-ख्0क्9 प्रयागराज में बोले देशभर से आए कैंसर स्पेशलिस्ट

-कैंसर के इलाज की आधुनिक तकनीक पर की गई चर्चा

PRAYAGRAJ: PRAYAGRAJ: ब्रेस्ट में दिखने वाली हर गांठ कैंसर नहीं होती है। इसके दूसरे कारण भी हो सकते हैं। इसकी पुष्टि के लिए बायोप्सी करानी पड़ती है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कैंसर का इलाज होता है। यह बात दिल्ली मैक्स हॉस्पिटल की सीनियर कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ। गीता कादयप्राथ ने कही। वह रविवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के कन्वेंशन हॉल में आयोजित एएमएकॉन ख्0क्9 में बोल रही थीं।

फायदेमंद है आधुनिक रेडिएशन

प्रिसिलन आंकोलाजी एंड हिमेटोलाजी पर बोलते हुए चीफ गेस्ट टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। श्रीपद बनावली ने कहा कि कैंसर मरीजों के लिए टारगेटेड थेरेपी एक वरदान है। इससे कैंसर के इलाज के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है। विशिष्ट अतिथि प्रो। जेपी अग्रवाल ने कहा कि आधुनिक रेडिएशन से बहुत से कैंसर के ठीक होने की संभावना बढ़ गई है। आयोजन सचिव डॉ। बीके मिश्रा ने देशभर से आए डॉक्टरों को धन्यवाद दिया। एएमए अध्यक्ष डॉ। राधारानी घोष ने सेमिनार आयोजन पर हर्ष जताया। वैज्ञानिक सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता ने संचालन किया। सचिव डॉ। राजेश मौर्या ने गेस्ट्स का वेलकम किया। मौके पर पद्मश्री डॉ। बीपाल थेलियथ, डॉ। अनिल शुक्ला, डॉ। जीएस सिन्हा, डॉ। अमिताव घोष आदि मौजूद रहे।

खुद बनिए अपने डॉक्टर

इस मौके पर डॉ। गीता कादयप्राथ ने दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के साथ खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि

-महिलाओं को फ्0 साल की एज के बाद खुद से अपनी ब्रेस्ट सर्फिंग कर कैंसर का पता लगाना चाहिए।

-सर्फ एग्जामिनेशन की थेरेपी वह डॉक्टर से सीख सकती हैं। इससे समय रहते इलाज शुरू हो सकता है।

-अहमदाबाद से आए डॉ। पीयूष पारिख ने कहा कि कैंसर का इलाज अधिक महंगा होने का भ्रम फैलाया गया है। जबकि लोग अवेयर नहीं हैं।

-पहली स्टेज पर अगर कैंसर का इलाज शुरू हो जाए तो इसे फैलने से रोका जा सकता है। इससे कैंसर के इलाज में खर्च भी कम आएगा।

-कमला नेहरू हॉस्पिटल की डॉ। मनीषा टंडन ने कहा कि कैंसर क्योर होने वाली बीमारी है और लक्षणों को कतई नजरअंदाज न करें।