30 करोड़ के नुकसान का कुल है अनुमान

500 करीब हैं छोटे-बड़े फ्लॉवर डेकोरेटर्स सिटी में

10 से अधिक कारीगर आते हैं एक फ्लॉवर डेकोरेटर के पास कलकत्ता से

10000 से शुरू होकर लाखों तक का रहता है डेकोरेशन ऑर्डर

28 शुभ लग्न अप्रैल, मई और जून में पड़ रहे हैं

06 महीने तक अब बैठकर ही करना पड़ेगा गुजारा

12 से अधिक से वापस कर दिया ऑर्डर का एडवांस

-लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के कारण जून तक की कैंसिल हो गई शादियां

-तीन महीने की लग्न कैंसिल होने से फ्लॉवर डेकोरेटर्स को करोड़ों का नुकसान

PRAYAGRAJ: कोरोना संक्रमण ने हर किसी पर असर डाला है। लोगों की सेहत से लेकर बिजनेस तक इसकी चपेट में हैं। लॉकडाउन के चलते लग्न सीजन होने के बावजूद शादियां कैंसिल हो रही हैं। इसके चलते डेकोरेशन और फूलों का कारोबार भी चौपट हो चुका है। कारोबार से जुड़े लोगों के मुताबिक तीन महीने के लग्न में करीब 30 करोड़ के बिजनेस की उम्मीद थी। लेकिन फिलहाल तो सब डूबता नजर आ रहा है।

ऑर्डर भी हो गए कैंसिल

फ्लॉवर डेकोरेशन से जुडे राजेश बताते हैं कि शादी ब्याह के सीजन में सबसे अधिक बाहर से आने वाले फूलों का उपयोग होता है। इसमें शिमला, बंगलुरू और कोलकाता जैसी सिटी से फूल मंगाए जाते हैं। कई डेकोरेटर्स ने तो लग्न सीजन देखते हुए ऑर्डर दे दिया था। लेकिन अब सब कैंसिल करना पड़ रहा है। राजू शर्मा ने बताया कि अप्रैल और मई को मिलाकर 25 ऑर्डर मिले थे। एडवांस भी लिया जा चुका था। लेकिन शादियां कैंसिल होने से एडवांस वापस करना पड़ा। इससे काफी नुकसान हो रहा है। बताया कि मार्च में कुछ ऑर्डर था। इसके लिए कोलकाता से 10 कारीगर बुलाए गए थे। पांच लॉकडाउन के पहले जा चुके थे, जबकि पांच को रोका गया था। अब उनके भी रहने-खाने का खर्च उठाना पड़ रहा है।

तीन महीने में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। अब नवंबर में लग्न है। छह महीने तक बैठकर खर्च उठाना पड़ेगा। कई लेबर को भी एडवांस दिया था। वह पैसा भी वापस नहीं मिलेगा।

-राजेश

प्रांशू फ्लॉवर डेकोरेटर

मार्च में शादी के कुछ आर्डर मिले थे। कलकत्ता से कई कारीगर आ गए थे। उनमें से कई यहां फंस गए हैं। उनका भी खर्च उठाना पड़ रहा है। जून तक मिले ऑर्डर कैंसिल हो गए हैं।

-राजू शर्मा

फ्लॉवर डेकोरेटर

18 बुकिंग जून तक मिल चुकी थी। इनमें छोटे और बड़े सभी किस्म के ऑर्डर थे। सब कैंसिल होने से लाखों का नुकसान हुआ है। देखिए कब सब नॉर्मल होता है।

-शिवम

मान फ्लॉवरेस्ट