प्रयागराज में स्थित बैंक ऑफ इंडिया का है मामला

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बैंक ऑफ इंडिया शाखा सुलेमसराय प्रयागराज की करेंसी चेस्ट से सवा चार करोड़ के घोटाले की जांच सीबीआइ की क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है। तीन करोड़ से अधिक के घोटाले की जांच सीबीआइ से कराने के आरबीआइ के एक जुलाई 2016 को जारी सर्कुलर के आधार पर यह संस्तुति की गयी है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल कर यह जानकारी दी है। कोर्ट ने राज्य सरकार को इस मामले में विचार कर निर्णय लेने का निर्देश दिया था।

आरबीआई गाइड लाइन के विपरीत

बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता की याचिका की सुनवाई जस्टिस मनोज मिश्र और जस्टिस दीपक वर्मा की खंडपीठ ने की। अपर मुख्य सचिव गृह के हलफनामे के बाद याचिका निस्तारित कर दी गई है। याची अधिवक्ता मनोज वशिष्ठ का कहना था कि आरबीआइ की गाइड लाइन के विपरीत घोटाले की जांच धूमनगंज पुलिस द्वारा करायी जा रही है। याचिका में जांच सीबीआइ से कराने की मांग की गयी थी। घोटाले में करेंसी चेस्ट अधिकारी वशिष्ठ कुमार राम, एसके मिश्र, संजू मिश्र आदि के खिलाफ तीन जुलाई 2019 को धूमनगंज थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी है। अब इस घोटाले की जांच सीबीआइ जांच होगी।