आरोप सही साबित हुए
ट्रेनी जजों पर लगे इस आरोप के मामले की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एककमेटी बनाई थी. कमेटी के जांच के बाद यह आरोप सही साबित हो गया. इसके बाद कोर्ट ने इन सभी 20 ट्रेनी जजों को सस्पेंड कर दिया. यह जानकारी दूरदर्शन न्यूज ने ट्विटर पर दी. डीडी न्यूज  ने ट्वीट किया-



पहले भी जजों पर लगे हैं गंभीर आरोप

यह पहली बार नहीं है जब जस्टिस का जिम्मा उठाने वाली न्यायपालिका पर ऐसे आरोप लगे हों. इससे पहले मध्य प्रदेश हाईकोर्टके एक जज पर भी सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगा था. डिस्टिक कोर्ट की एक फीमेल जज के मुताबिक इस जज ने उनसे एक आइटम नंबर पर डांस करने को कहा. जब उन्होंने ऐसा करने से इंकार किया तो उनका ट्रांसफर एक रिमोर्ट एरिया में कर दिया गया. आखिरकार उन्हें अपनी जॉब छोड़नी पड़ी. इसके अलावा एक इंटर्न ने सुप्रीम कोर्ट के फॉर्मर जज एके गांगुली पर भी सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोरप लगाए थे. एक और इंटर्न ने वेस्ट बंगाल हाई कोर्ट के एक जज पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.

 

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