-स्वास्थ्य विभाग ने होटल मालिकों से मांगी लिस्ट

-डॉक्टर्स को अलग रखने के लिए शुरू हो गई तैयारियां

PRAYAGRAJ: शहर में कोरोना के मरीज आए तो इलाज करने वाले डॉक्टर्स को होटल के आलीशान कमरों में परिवार सहित ठहराया जाएगा। यहां उनकी तमाम सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा। ऐसे में डॉक्टर्स के साथ उनका परिवार भी संक्रमण से सुरक्षित रहेगा। फिलहाल यहां एहतियात के तौर पर कोटवा एट बनी में 60 बेड का आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है। गौरतलब है कि दिल्ली में कोरोना पेशेंट्स का इलाज कर रहे डॉक्टर्स को ऐसी ही फैसिलिटीज दी जा रही हैं।

150 बेड की डिमांड

-स्वास्थ्य विभाग ने होटल एसोसिएशन से जरूरत पड़ने पर कुल 150 रूम की डिमांड की है।

-इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की ओर से होटल्स की सूची मांगी गई थी।

-इनमें डॉक्टर्स और स्टाफ को ठहराया जाएगा। यह रूम सभी सुविधाओं से युक्त होंगे।

-अगर मरीज आते हैं तो डॉक्टर्स की शिफ्टवाइज डयूटी लगाई जाएगी और सभी का अलग रूम होगा।

-इन कमरों को रोजाना सेनेटाइज भी किया जाएगा।

एक दिन का दिया जाएगा फिक्स रेट

महामारी घोषित होने के बाद शहर के तमाम हॉस्पिटल्स को अधिग्रहीत करने की सूचना दी जा चुकी है। अब होटल्स की लिस्ट भी ली जा चुकी है। लेकिन यहां पर होटल मालिकों को प्रतिदिन के हिसाब से रेंट देने की भी बात चल रही है। यह एक फिक्स रेट होगा और सभी के लिए एकसमान भुगतान किया जाएगा। होटल संचालकों का कहना है कि अगर रूम देने की बात आई तो उन्हें ऐतराज नहीं होगा।

दिल्ली सरकार ने उठाए कदम

दिल्ली में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर और स्टाफ को मकान मालिकों की ओर से परेशान करने की बात सामने आई थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने बिना देर एक आलीशान होटल में डॉक्टर्स का रुकने का इंतजाम कराया है।

अगर प्रयागराज में कोरोना पेशेंट आता है और डॉक्टरों को रूम देना पड़ता है तो यह देशसेवा से कम नहीं होगा। हमलोगों को पैसे की चिंता नही है। बस सबको मिलकर कोरोना को हराना है।

-सरदार जोगिंदर सिंह, अध्यक्ष, होटल