-एमएनएनआईटी में आयोजित हुई इंटरनेशनल कांफ्रेंस, वीएलएसआई, कम्यूनिकेशन एवं सिग्नल प्रोसेसिंग पर चर्चाे

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PRAYAGRAJ: रिसर्च सिर्फ संख्या बढ़ाने के लिए नहीं होनी चाहिए। बल्कि जो रिसर्च हो रही है, उसकी क्वॉलिटी पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। यह बातें आईआईटी खड़गपुर के प्रोफेसर मृत्युंजय चक्रवर्ती ने कहीं। वह मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमएनएनआईटी) में आयोजित वीसीएएस-2019 में बतौर चीफ गेस्ट बोल रहे थे। डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग की तरफ से वीएलएसआई, कम्यूनिकेशन एवं सिग्नल प्रोसेसिंग पर दूसरे इंटरनेशनल कांफ्रेंस का सोमवार को पहला दिन था। प्रो। चक्रवर्ती ने कार्डिक एल्गोरिज्म के विषय में रिसर्च स्कॉलर्स को जानकारी दी। इस दौरान संस्थान के कार्यवाहक निदेशक प्रो। एमएम गोरे ने कहा कि ऐसे इंटरनेशनल सम्मेलन से यंग साइंटिस्ट्स और रिसर्च स्कॉलर्स को फेमस साइंटिस्ट्स के सामने अपना वर्क प्रजेंट करने का चांस मिलता है।

बताई उपलब्धियां

तीन दिवसीय इंटरनेशनल सम्मेलन के पहले दिन जनरल चेयर प्रो। विजय भदौरिया ने सभी गेस्ट्स का वेलकम किया। प्रो। अमित धवन ने अगले साल होने वाले वीसीएएस-2020 की घोषणा की। प्रो। हरनाथ कर ने कांफ्रेंस के बारे में पूरी जानकारी दी। संरक्षक प्रो। सुदर्शन तिवारी ने पिछले दो दशकों में इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट के अचीवमेंट्स के बारे में बताया।

पेपर भी प्रजेंट किए गए

पहले दिन के सेकेंड सेशन में डीआरडीओ के साइंटिस्ट डॉ। धीरज कुमार सिंह ने अल्ट्रावाइड बैंड राडार सिस्टम: कॉन्सेप्ट एंड एप्लीकेशन्स पर व्याख्यान दिया। इसके साथ ही दो सेशंस में रिसर्च पेपर प्रजेंट किए गए। इस दौरान एडवांस विडियो प्रोसेसिंग पर एडुटेक लर्निग सॉल्यूशन्स प्रो। लि। द्वारा वर्कशॉप भी हुई। आयोजन समिति के सचिव डा। मनीष तिवारी ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।