06 सेक्टर में बांटा गया है मेला

12 दिसंबर से शुरू होगा जमीन आवंटन

25 दिसंबर तक एलॉट होंगी जमीनें

-मेला ऑफिस के बाहर जुटने लगी भीड़, सभी को प्राइम लोकेशन पर चाहिए जमीन

PRAYAGRAJ: माघ मेले में जमीन की जंग शुरू होने जा रही है। 12 दिसंबर से भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू होगी और यह 25 दिसंबर तक जारी रहेगी। आवंटन प्रक्रिया की डेट जारी होते ही मंगलवार को इसका असर भी देखने को मिला। मेला ऑफिस के बाहर विभिन्न संस्थाओं के सदस्यों की भीड़ नजर आई। बता दें कि मेले की आहट होते ही होते ही जमीन के लिए डिमांड शुरू हो चुकी है।

कब कहां होगा आवंटन

माघ मेला इस बार छह सेक्टर में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर के अलग-अलग मार्गो से लगी जमीनों का आवंटन 12 दिसंबर से किया जाना है। इसमें साधु-संन्यासियों, संस्थाओं सहित अन्य को भूमि दी जाएगी। एलॉटमेंट की डेट्स इस प्रकार हैं

तिथि भूमि आवंटन की लोकेशन

12 दिसंबर दंडी स्वामी नगर, दंडी बाड़ा

14 दिसंबर आचार्य बाड़ा

15 दिसंबर संगम लोवर मार्ग

16 व 17 दिसम्बर खाकचौक

18 दिसंबर रामानुज मार्ग

19 दिसंबर संगम अपर मार्ग एवं सरस्वती मार्ग महावीर जी मार्ग

20 दिसंबर काली मार्ग

21 दिसंबर तुलसी मार्ग एवं जीटी रोड 22 दिसंबर त्रिवेणी मार्ग

23 दिसंबर सेक्टर 1 एवं 2, परेड, शास्त्री गाटा, कबीर नगर

24 दिसंबर समुद्रकूप मार्ग

25 दिसंबर अरैल क्षेत्र

-----------

उठा-पटक के आसार

हर साल की तरह इस साल भी मेला एरिया में भूमि आवंटन को लेकर उठा-पटक के आसार बन रहे हैं। तमाम संस्थाओं को वीआईपी लोकेशन पर जमीनों की दरकार होती है। यह सभी संगम के आसपास के मार्गो पर जमीन की डिमांड करते हैं। इसको लेकर हर साल साधु संन्यासियों, प्रयागवाल आदि के बीच बवाल भी होता है।

-----------

यह हैं आवंटन के नियम

-जमीन के आवंटन के समय सुविधा पर्चियों की प्राप्ति हेतु पहचानपत्र फोटो एवं आधार कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य है।

-जिन संस्थाओं/प्रयागवालों द्वारा पूर्व में हुए माघ या कुंभ मेला या किसी वषरें में टिन, टेंटेज, फर्नीचर की सुविधायें प्राप्त कर वापस नहीं की गई हैं उन्हें वर्तमान में किसी भी प्रकार की भूमि एवं सुविधा देय नहीं होगी।

-प्रत्येक शिविर धारक को मेले की सम्पूर्ण अवधि (माघी पूर्णिमा) तक शिविर बनाये रखना अपरिहार्य होगा। सुविधा पर्ची, भूमि आवंटन के दो दिन बाद निर्गत की जाएगी।

अलग-अलग तिथियों में भूमि का आवंटन किया जाएगा। हर हाल में 25 दिसंबर तक यह प्रक्रिया समाप्त करने की कोशिश है, जिससे मेले की तैयारियां तय समय सीमा में पूर्ण कर ली जाएं।

-रजनीश मिश्रा, प्रभारी मेलाधिकारी