डीएम की सख्ती के बावजूद नहीं मान रहे लोकवाणी केंद्र संचालक

केंद्रों पर मनमुताबिक रेट लिस्ट लगाकर प्रशासन को दी चुनौती

ALLAHABAD: इसे प्रशासन को सीधा चैलेंज ही कहेंगे कि लोकवाणी केंद्र संचालक अवैध वसूली से बाज नहीं आ रहे हैं। पूर्व में खुद डीएम संजय कुमार ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए छापेमारी के आदेश दिए थे। आई नेक्स्ट के अभियान के दौरान कई केंद्रों पर क्रमवार छापेमारी कर जिला पूर्ति विभाग ने रंगे हाथ अवैध वसूली पकड़ी थी। केंद्र संचालकों को चेतावनी भी जारी की गई थी, बावजूद इसके उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। कुछ दिन रुकने के बाद इन केंद्रों पर खुलेआम अवैध वसूली शुरू हो गई है।

रेट लिस्ट में सौ रुपए

शुक्रवार को आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने एक बार फिर जायजा लिया तो हकीकत सामने आ गई। इन केंद्रों पर बकायदा शुल्क निर्धारण सूची में राशन कार्ड के ऑनलाइन आवेदन की मनमानी सौ रुपए फीस लिखी गई है। कटरा रोड स्थित मंजीत जायसवाल के लोकवाणी केंद्र पर जब रिपोर्टर ने सूची देखी तो संचालक से बात की। उसने साफ तौर पर कहा कि हमलोग तो सौ रुपए लेंगे। इससे कम में राशन कार्ड का ऑनलाइन आवेदन नहीं किया जाएगा। आप जो चाहे कर लो।

बीस रुपए निर्धारित है शुल्क

राशन कार्ड के ऑनलाइन आवेदन की फीस शासन की ओर से बीस रुपए निर्धारित की गई है। लेकिन, लोकवाणी केंद्र संचालक मनमानी तरीके से सौ से दो सौ रुपए तक वसूल रहे हैं। आई नेक्स्ट के पूर्व में चलाए गए अभियान और जिला प्रशासन की सख्ती के बाद इन केंद्रों ने कुछ दिन के लिए अवैध वसूली रोक दी थी। अब वह फिर से पुराने ढर्रे पर लौट आए हैं।

रिपोर्ट कुछ, हकीकत कुछ और

जिला प्रशासन द्वारा लोकवाणी केंद्रों से राशन कार्ड, आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र आदि के ऑनलाइन आवेदन की फीस वसूली संबंधी रिपोर्ट तलब की थी। इसमें इन केंद्रों ने शासन द्वारा निर्धारित दर से पैसे लिए जाने की बात स्वीकार की है। लेकिन, हकीकत यह है कि सभी केंद्र निर्धारित दर से दस से बीस गुना अधिक वसूली कर रहे हैं।

- जो केंद्र संचालक राशन कार्ड आवेदन के नाम पर अवैध वसूली से बाज नहीं आ रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पकड़े जाने पर एनआईसी से उनका लोकवाणी केंद्र लाइसेंस निरस्त करने संबंधी आदेश जारी किए जाएंगे।

प्रेम प्रकाश पाल, एडीएम सिविल सप्लाई