-चक्कर खाकर गिरे सिविल डिफेंस वार्डन को देखने नही पहुंचे स्वास्थ्यकर्मी

-फोन पर ही एसआरएन हॉस्पिटल जाने का दिया सुझाव, एक घंटे बाद पहुंचे घर

PRAYAGRAJ: कोरोना के संदिग्ध मरीजों के इलाज के प्रति स्वास्थ्य विभाग के कुछ डॉक्टर्स लापरवाही बरत रहे हैं। इससे विभागीय कामकाज की छवि धूमिल हो रही है। रविवार को सिविल डिफेंस के एक वार्डन की अचानक तबीयत खराब हो जाने के बाद उसे देखने डॉक्टरों की टीम नहीं पहुंची। उल्टे फोन पर एसआरएन हॉस्पिटल जाकर दिखाने की सलाह दे दी गई। हालांकि मामला मीडिया में आने के बाद करीब एक घंटे बाद डॉक्टर उसके घर पहुंचे। वहीं सिविल डिफेंस के दूसरे पदाधिकारियों ने संबंधित के घर दवा भिजवाई। बाद में वार्डन की तबियत स्थिर बताई जा रही है।

लेने पहुंचे थे संदिग्धों का हालचाल

चकिया के चकनिरातुल एरिया में कोरोना केतीन संदिग्धों को होम कोरंटाइन किया गया है। यह पूरी तरह सिविल डिफेंस और स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में हैं। इनकी देखभाल के लिए स्थानीय वार्डन को लगाया गया है। मॉर्निग में मरीजों को देखने गए थे तभी अचानक चक्कर आने से वह गिर पड़े। यह देख आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें घर पहुंचाया। इसके बाद उन्हें तेज बुखार आ गया और सांस फूलने लगी। यह देख तत्काल कंटोल रूम को फोन पर सूचित किया गया।

नहीं आई टीम, साथियों ने की मदद

कंट्रोल रूम में सूचना देने के बाद डॉक्टरों की टीम भेजने का आश्वासन दिया गया। काफी देर बीतनेके बाद भी टीम नहीं पहुंची तो परिजनों को बेचैनी होने लगी। उन्होंने सिविल डिफेंस के दूसरे साथियों को फोन किया। इस पर पदाधिकारी राजीव भनोट ने अपनी ओर से दवा भेजी। दवा लेने के बाद वार्डन की तबियत स्थिर होने लगी तो घरवालों ने चैन की सांस ली। बताया गया कि कमजोरी की वजह से उन्हें यह चक्कर आ गया था।

इस तरह एक-दूसरे पर टाला

-मामले को देखते हुए रिपोर्टर ने तत्काल कंट्रोल रूम को फोन किया।

-यहां से पता चला कि राजरूपपुर की स्वास्थ्य टीम को सूचित कर दिया गया है।

-राजरूपपुर टीम को फोन किया गया तो उन्होंने बताया कि यह जांच रानीमंडी की टीम करेगी।

-इसके बाद रिपोर्टर ने रानी मंडी की स्वास्थ्य टीम को कॉल किया तो बताया गया कि मरीज को एसआरएन हॉस्पिटल की हेल्प डेस्क में खुद को दिखाने को कहा गया है।

-मरीज को जाकर देखने के सवाल पर किसी ने उचित जवाब नहीं दिया।

हालत में हो रहा सुधार

उधर, सिविल डिंफेस पदाधिकारियों का कहना है कि हैदराबाद से लौटे ड्राइवर समेत तीन लोगों की सेहत में अब सुधार दिख रहा है। हालांकि उनको बुखार आने-जाने की शिकायत बनी हुई है। डॉक्टर्स उनको दवा देकर निगरानी कर रहे हैं। बता दें कि हैदराबाद से 29 मार्च को लौटै रईस अहमद के आने के बाद उनकी पत्नी और पड़ोसी युवक शानू को तेज बुखार आ गया था। इसके बाद लोगों की सूचना स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तीनों को होम कोरंटाइन कर दिया।