-लोग कर रहे अधिकारियों से सवाल, प्रशासन ने नहीं किया है कोई इंतजाम

-पूरे शहर में करीब 100 जगहों पर स्थापित की गई हैं मां काली की प्रतिमाएं

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PRAYAGRAJ: दीपावली पर मां काली की प्रतिमा स्थापित कर पूजन करने का विधान है। बंगाली समाज द्वारा शुरू किए गए ट्रैडिशन को अन्य लोग भी फॉलो कर रहे हैं। दीपावली पर शहर में 100 से अधिक जगहों पर मां काली की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से इस बार प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए स्थान चिन्हित नहीं किया गया है।

पूजन के बाद होना है विसर्जन

बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव डॉक्टर पीके राय ने बताया कि प्रयागराज में दीपावली के साथ-साथ काली पूजा का आयोजन भी कई साल से होता चला आ रहा है। शहर में करीब 100 जगहों पर काली पूजा का आयोजन हुआ। यहां दीपावली पर मां काली की विशेष पूजा हुई। लेकिन इसके बाद विसर्जन को लेकर मामला अटका हुआ है।

अंदावा का इंतजाम हुआ खत्म

नवरात्र में बाढ़ के कारण डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने दुर्गा पूजा की मूर्तियों का विसर्जन अंदावा में स्थित तालाब में करवाया। लेकिन काली पूजा की मूर्तियों के विसर्जन के लिए अभी तक कोई इंतजाम नहीं हो सका है। न ही यह तय हुआ है कि प्रतिमाओं का विसर्जन कहां होगा। वहीं अंदावा में दुर्गा पूजा मूर्तियों के विसर्जन के बाद वहां के इंतजाम को बहुत दिन पहले ही खत्म किया जा चुका है। रामघाट स्थित तालाब में विसर्जन करना असम्भव है। इस वजह से अब ये सवाल उठता है कि मूर्तियों का विसर्जन कैसे होगा।

दुर्गा पूजा की तरह ही काली पूजा के लिए भी प्रतिमाओं के विसर्जन का इंतजाम करना प्रशासान की जिम्मेदारी है। अव्यवस्था और कोई दुर्घटना न हो, इसलिए प्रशासन को प्रतिमाओं के विसर्जन का इंतजाम करना चाहिए। कुछ लोग सोमवार को तो कुछ मंगलवार को प्रतिमाओं का विसर्जन करेंगे।

-डॉ। पीके राय

सचिव, बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन