-कैट ने उठाई थी मांग, परिवहन आयुक्त ने जारी किया आदेश

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PRAYAGRAJ: जरूरी सामानों से लदी करीब 250 ट्रक 21 मार्च की रात से प्रयागराज शहर के चारों तरफ खड़ी हैं। इन्हें सिटी के अंदर आने की परमिशन नहीं दी जा रही है। इसके चलते रोजाना करीब 10 करोड़ के ट्रांसपोर्टेशन का नुकसान हो रहा है। आलम यह है कि इन ट्रकों के ड्राइवरों के पास अब खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं।

असुरक्षा को लेकर उठा था मामला

हालांकि परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को लिखित आदेश दिया है कि जिन गाडि़यों को अपने गंतव्य तक जाना है वह जा सकती हैं। ट्रक पर लदे माल को खाली किया जा सकता है। लेकिन ट्रकों को जाने नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केन्द्र और राज्य सरकार को समस्याओं से अवगत कराया था। इस पर केंन्द्रीय गृह सचिव राजीव भल्ला ने 29 मार्च को आदेश जारी कर सभी राज्यों के प्रमुख सचिवों को निर्देश दिए थे। उत्तर प्रदेश में कोई आदेश न आने के चलते सभी जिलों में प्रशासन द्वारा ट्रकों को रोका जा रहा था। कैट के प्रयास से बुधवार को उत्तर प्रदेश परिवहन आयुक्त धीरज साहू द्वारा आदेश जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि ऐसी कोई भी गाड़ी जिसमें पास हो अथवा न हो और वह आवश्यक वस्तु लेकर जा रही है उसे रोका ना जाए।

परिवहन आयुक्त के आदेश के बाद अब हाइवे पर फंसी ट्रकें नहीं रोकी जा सकेंगी। इससे व्यापारियों के सामान उन तक पहुंच जाएंगे। व्यापारियों को खाद्य सामग्री लेकर जाने के लिए ट्रक उपलब्ध हो सकेंगी।

-महेंद्र गोयल

प्रदेश अध्यक्ष, कैट

हार्डवेयर, कपड़े, इलेक्ट्रिक गुड्स, स्टेशनरी, पंखे, मोटर पंप, ड्रेस मैटेरियल, ड्राई फ्रूट्स, नारियल से लदी ट्रकें हाईवे पर 21 मार्च की रात से खड़ी हैं। ट्रांसपोर्ट कंपनियों का लॉस हो रहा है। ट्रांसपोर्ट नगर के दिहाड़ी मजदूर भुखमरी के कगार पर हैं। ट्रकों के आने-जाने से स्थिति सुधरेगी।

-अनिल कुशवाहा

अध्यक्ष, प्रयागराज ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन