02 करोड़ होगी एयर क्वॉलिटी मॉनीटरिंग सेंटर की

02 ही दिन पूरे हफ्ते में अभी तक मैनुअली हो पाती है मॉनीटरिंग

05 जगहों पर केवल लगे हैं मैनुअल मॉनीटरिंग सिस्टम

100 वर्गफीट एरिया में बनाया जाएगा यह सिस्टम

10 किमी के रेडियस में पता चल जाएगा पॉल्यूशन लेवल

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-शहर में बनने जा रहा ऑनलाइन एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन

-लोग जान सकेंगे सिटी में एयर पॉल्यूशन की कंडीशन

vineet.tiwari@inext.co.in

PRAYAGRAJ: सिटी की आबोहवा पर भी पॉल्यूशन का असर है। लेकिन शहर में कोई ऐसा सिस्टम नहीं है, जो हमें इस सच से वाकिफ करा सके। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। वह दिन दूर नहीं जब हम पल-पल अपने शहर में एयर पॉल्यूशन का हाल जान सकेंगे। इसके लिए ऑनलाइन एयर क्वॉलिटी मॉनीटरिंग सेंटर की स्थापना की जा रही है। यहां से पॉल्यूशन का हाल लेकर उसे इलेक्ट्रानिक डिस्प्ले बोर्ड द्वारा प्रदर्शित किया जाएगा। फिलहाल शहर में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। इसकी मॉनीटरिंग हफ्ते में दो दिन मैनुअली की जाती है।

दो करोड़ की लागत का होगा सेंटर

शासन द्वारा शहर में ऑनलाइन एयर पॉल्यूशन मानीटरिंग सेंटर बनाने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया गया है। इसकी लागत लगभग दो करोड़ बताई जा रही है। 100 वर्गफीट के एरिया में बनने वाले इस सिस्टम के जरिए दस किमी के रेडियस का पॉल्यूशन लेवल आसानी से पता किया जा सकेगा। फिलहाल शहर के पांच स्थानों पर मैनुअली पॉल्यूशन लेवल पता किया जाता है। वह भी हफ्ते में दो दिन। लेकिन ऑनलाइन मॉनीटरिंग सेंटर बनने के बाद पल-पल एयर पॉल्यूशन की जानकारी हासिल की जा सकेगी। इलेक्ट्रानिक डिस्प्ले से यह पब्लिक तक भी पहुंचाई जा सकेगी।

102 शहरों में प्रयागराज भी शामिल

देश के कुल 102 शहरों को पॉल्यूशन लेवल पर सूची में शामिल किया गया है। इनमें यूपी के 15 शहर हैं और इनमें प्रयागराज भी है। इन सभी शहरों के पॉल्यूशन लेवल कंट्रोल करने के लिए ऑनलाइन मानीटरिंग सेंटर को डेवलप किया जा रहा है। यहां पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अलावा आरटीओ, ट्रैफिक डिपार्टमेंट सहित तमाम विभागों को प्लानिंग कर उसे अमल में लाने को कहा गया है।

स्मॉग से सांस लेना हुआ मुश्किल

पिछले दो साल से शहर का पॉल्यूशन लेवल ठीक नहीं है। कुंभ की तैयारियों से हुए सीवर लाइन बिछाने के काम सहित सड़क चौड़ीकरण ने शहर के पॉल्यूशन लेवल को कई गुना बढ़ाने का काम किया। साथ ही वाहनों की बढ़ती और लगने वाले जाम ने भी पाल्यूशन लेवल को टॉप लेवल तक पहुंचाया है। वर्तमान में शहर के एयर पॉल्यूशन के हालात खराब होने की कगार पर हैं। दीपावली के बाद से आसमान में छाई धुंध ने सांस लेना मुहाल कर दिया है। खुद डॉक्टर्स का कहना है कि इस मौसम में लोगों को बचकर रहना होगा।

बहुत जल्द शहर में ऑनलाइन एयर क्वॉलिटी मॉनीटरिंग स्टेशन स्थापित हो जाएगा। इसकी लंबे समय से मांग चल रही थी। हालांकि शहर में कोई औद्योगिक विकास नहीं हुआ है फिर भी पॉल्यूशन लेवल बढ़ा हुआ है। इसके दूसरे कारण भी हो सकते हैं। इस स्टेशन के बनने के बाद पॉल्यूशन का स्टेटस तत्काल पता लगाया जा सकेगा।

-जेबी सिंह, रीजनल ऑफिसर, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड

पिछले दो साल से शहर की हवा के शुद्धता के मानक में गिरावट दर्ज की गई है। इसके चलते मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। दीपावली के बाद से आसमान में धुंध भी घनी हो चली है जिससे लोगों को सीने में इंफेक्शन के मामले सामने आ रहे हैं।

-डॉ आशुतोष गुप्ता, श्वास रोग विशेषज्ञ