इन्हें मिलनी है हजार रुपए की हेल्प

-पटरी दुकानदार, वेंडर,

-रिक्शा, इक्का, तांगा चालक

-टेम्पो, आटो, ई-रिक्शा चालक

-दिहाड़ी मजदूर, ठेलिया चलाने वाले

फॉर्म के साथ देनी है यह डिटेल

-आधार नंबर

-राशन कार्ड संख्या

-मोबाइल नंबर

-बैंक अकाउंट नंबर

-आईएफएससी कोड

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-शासन ने दिहाड़ी मजदूरों को एक हजार रुपए देने का किया था ऐलान

-लोगों में फैली अफवाह, इसी फॉर्म पर मिलेगा राशन

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: लॉकडाउन में अफवाहें बहुत तेजी से फैल रही है। इससे एक तरफ सोशल डिस्टेंसिंग का फॉर्मूला फेल हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। शासन द्वारा गरीबों को दिए जाने वाले एक हजार रुपए की आर्थिक मदद को लेकर भी अफवाहें लोगों के बीच में फैलाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि फॉर्म पर लोगों को राशन मिलना है। सभी को सरकार पैसा दे रही है। इस तरह के अफवाह से पब्लिक और पार्षद सभी परेशान हैं।

हर रोज जुट रहे हजारों लोग

सरकार द्वारा एक हजार रुपए का आर्थिक मदद किन लोगों को दिया जाना है, ये तय है। इसके बाद भी पब्लिक के बीच में यह अफवाह फैल गई है कि पार्षदों द्वारा और नगर निगम कर्मचारियों द्वारा जो फार्म भरवाया जा रहा है, उससे सभी गरीबों को एक हजार रुपया और राशन मिलना है। इसलिए पार्षदों के घर पर वार्ड के सैकड़ों लोगों की भीड़ रोजाना लग रही है। इसकी वजह से काफी प्रॉब्लम हो रही है। इस दौरान लोग पार्षदों के साथ-साथ भाजपा पदाधिकारियों से भी उलझ जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार से उन्हें आर्थिक मदद और फ्री राशन दिलवाएं।

एक हजार रुपए की आर्थिक मदद किसे दी जानी है, इसका एक अलग ही क्राइटेरिया है। इसके बावजूद सामान्य पब्लिक भी हर रोज दरवाजे पर मदद के लिए आ जा रही है। कुछ लोगों को यह भी गलतफहमी है कि जो फॉर्म भरवाया जा रहा है, उसपर फ्री में राशन मिलना है।

-कमलेश सिंह

पार्षद, अलोपीबाग

एक हजार रुपए की आर्थिक मदद गरीब मजदूर, ई रिक्शा चालकों, पटरी दुकानदारों को दी जानी है। वहीं कुछ लोग यह अफवाह उड़ा रहे हैं कि ये सभी को मदद दी जानी है। इसलिए लोग परेशान होकर यहां-वहां भटक रहे हैं। लोगों को गुमराह करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

अनिल केशरवानी

महानगर उपाध्यक्ष भाजपा