-जगह-जगह पुलिसकर्मी कराते रहे डाइवर्ट, एंट्री न मिलने पर नोक-झोंक तक की आई नौबत

PRAYAGRAJ: मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर शहर में व्हीकल्स की एंट्री बैन थी। हल्के वाहनों के लिए भी रूट डायवर्ट किया गया था। पूरे दिन आलम यह रहा कि लोग गोल-गोल चक्कर लगाते रहे, लेकिन शहर में एंट्री नहीं मिल सकी। जिससे शहर आने की मंशा रखने वालों को खासी मुसीबत उठानी पड़ी।

कंफ्यूजन पर उलझी पब्लिक

थरवई रूट से आने वाली छोटे-बड़ी सभी वाहनों को शहर तरफ एंट्री ही नहीं दी गई। इन्हें हंडिया की तरफ डाइवर्ट कर दिया जा रहा था। ऐसे में लोग यह सोचकर कंफ्यूज थे कि पता नहीं उस तरफ से एंट्री मिलेगी या नहीं? इसके चलते लोग थरवई चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मी से बहस करते नजर आए। यह देख थरवई एसओ कुलदीप तिवारी मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। लोगों को समझा-बुझाकर कर हंडिया रूट तरफ गाडि़यों को डाइवर्ट किया। वहीं झूंसी की तरफ से आने वाले व्हीकल्स को अंदावा चौराहे पर ही रोक दिया जा रहा था। इससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की बस, गाड़ी पार्किंग तक नहीं पहुंच सकी। यही नहीं जिनका घर झूंसी तरफ था। उनको भी घर तक जाने के लिये बड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

लोकल नंबर आओ, बाकी जाओ

कानपुर की तरफ से आने वाले वाहनों को बम्हरौली चौकी पर बैरिकेडिंग करके रोका जा रहा था। वहां तैनात पुलिसकर्मी शहर और आसपास के नंबर की गाडि़यों को देखकर जाने दे रहे थे। वहीं बाहर के नंबर की गाडि़यों को रोक दिया जा रहा था। बहुत रिक्वेस्ट करने पर वाहनों को एंट्री तो मिल रही थी, लेकिन नेहरू पार्क में ही रोक दिया जा रहा था। पुलिस ने बताया गया कि संगम परेड की पार्किंग फुल हो गई है। यही नियम बैंक रोड, वुमन हॉस्टल के सामने बने बैरिकेडिंग पर भी देखने को मिला।