ऐसे चलेगा यूपी बोर्ड एग्जाम

15 दिनों तक चलेगी यूपी बोर्ड की परीक्षा

56 लाख स्टूडेंट्स होंगे एग्जाम में अपियर

1,88,000 कक्ष निरीक्षक रहेंगे तैनात

94 हजार कमरों में होगा आयोजन

ऐसे होगी निगरानी

75 कंट्रोल रूम से ऑनलाइन मॉनीटिरिंग

1,90,000 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी

1314 सेक्टर मजिस्ट्रेट सूबे में तैनात

2950 स्टेटिक मजिस्ट्रेट हैं तैनात

एग्जाम सेंटर्स का हाल

7,784 सेंटर्स पूरे प्रदेश में

938 संवेदनशील सेंटर्स

395 अति संवेदनशील सेंटर्स

-------------

-यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए सभी तैयारियां हो चुकी हैं पूरी

-सभी जिलों के डीआईओएस और डीएम को जारी हुई गाइडलाइन

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: यूपी बोर्ड एग्जाम्स मंगलवार 18 फरवरी से शुरू हो रहे हैं। यह इम्तिहान सिर्फ स्टूडेंट्स ही नहीं, बोर्ड के लिए ही भी है। बोर्ड के सामने सबसे बड़ा चैलेंज नकलविहीन परीक्षा कराने को लेकर है। एग्जाम्स को लेकर बोर्ड की तरफ से सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। बोर्ड के साथ ही शासन स्तर से भी सभी गाइडलाइंस जारी कर दी गई हैं। परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए भी युद्धस्तर पर तैयारियां की गई हैं।

15 वर्किंग डेज में आयोजन

यूपी बोर्ड परीक्षा 15 वर्किंग डेज में कंप्लीट होगी। 18 फरवरी से शुरू हो रहा बोर्ड एग्जाम छह मार्च को खत्म हो जाएगा। इस बार करीब 56 लाख स्टूडेंट्स ने यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार सभी सब्जेक्ट्स में केवल एक ही क्वेश्चन पेपर होगा। सभी एग्जाम सेंटर्स पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। ताकि परीक्षा में नकल माफियाओं पर लगाम लगाई जा सके।

पहली बार एसटीएफ और एलआईयू

बोर्ड परीक्षा की शुचिता बनाए रखने और नकलचियों पर नकेल कसने के लिए शासन के निर्देश पर एलआईयू के साथ ही एसटीएफ की टीम भी एक्टिव है। इसके लिए करीब एक माह पहले ही शासन की तरफ से निर्देश जारी कर दिया गया था।

-----------------

सचल दलों के लिए निर्देश

-सेंटर पर निरीक्षण के दौरान वहां पर लगे सीसीटीवी, वॉयस रिकॉर्डर और राउटर की वर्किंग भी चेक करें।

-यह भी देखें कि ड्यूटी में कोई स्कूल मैनेजर या मैनेजमेंट का व्यक्ति शामिल न हो।

-सभी कक्षों, जिनमें परीक्षाएं सम्पादित हो रही है, उनके सामने सीटिंग प्लान चस्पा हो। परीक्षार्थी इसी अनुसार बैठे हों।

-परीक्षा कक्षों या कैंपस में ऐसी कोई भी अविहित सामग्री यथा गाइड बुक, सॉल्व्ड पेपर, किसी प्रकार की चिट आदि मौजूद नहीं है।

-यह भी सुनिश्चित करें कि परीक्षा अवधि में केन्द्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केन्द्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षकों एवं स्कूल में अन्य कार्यरत स्टाफ द्वारा मोबाइल यूज नहीं हो रहा है।

-यह भी देखा जाए कि कक्ष निरीक्षक द्वारा परीक्षार्थियों को नकल कराने में किसी भी प्रकार की मदद नहीं की जा रही हो

-किसी भी परीक्षार्थी के पास मोबाइल, कैलकुलेटर या किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रनिक डिवाइस यूज न हो रहा हो।

----------

सचल दल ऐसा न करें

-बालिका परीक्षार्थियों की तलाशी किसी भी दशा में सचल दल के पुरुष सदस्य द्वारा न लिया जाए

-परीक्षा कक्ष में अनावश्यक रूप से बहुत अधिक समय न व्यतीत किया जाए। इससे परीक्षार्थियों को परीक्षा देने में व्यवधान ना हो।

-तलाशी के नाम पर किसी भी परीक्षार्थी को अनावश्यक परेशान न किया जाए।