-जॉर्जटाउन से हंडिया तक तीन लोगों को ले जाने के लिए मांगा 1800 रुपए

-लॉकडाउन में प्राइवेट एम्बुलेंस ड्राइवर जमकर कर रहे हैं वसूली

prakashmani.tripathi@inext.co.in

लॉकडाउन में पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद है। ऐसी सिचुएशन का फायदा प्राइवेट एंबुलेंस वाले उठा रहे हैं। यह लोग सवारियों को मरीज बनाकर बैठा ले रहे हैं। इसके बाद उन्हें तय स्थान पर छोड़ने की मनचाही कीमत वसूल कर रहे हैं। सीएमपी डिग्री कॉलेज के सामने पेट्रोल पंप पर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर की एक प्राइवेट एंबुलेंस ड्राइवर से इस संबंध में बातचीत हुई

रिपोर्टर: तीन सवारी है, हंडिया जाना है कितना लोगे?

ड्राइवर: कहां हैं सवारी, कहां से पिक करना है?

रिपोर्टर: यहीं बगल में जॉर्जटाउन सीएमपी कॉलेज के पीछे से।

ड्राइवर: मरीज को ले जाना है या ऐसे ही, क्योंकि चेकिंग हुई तो तो चलान कर दे रहे हैं।

रिपोर्टर: अरे मरीज ही समझ लो, लेकिन जरूरी है घर पहुंचाना।

ड्राइवर: कोई कागज वगैरह है कि नहीं?

रिपोर्टर: कैसा कागज?

ड्राइवर: किसी मरीज वगैरह का, काहे से चेकिंग बहुत टाइट है।

रिपोर्टर: अरे डॉक्टर का पर्चा मिल जाएगा।

ड्राइवर: और कोई कागज नहीं है

रिपोर्टर: अब कागज कहां से लाए यार, ये बताओ कितना लोगे, छोड़ दोगे या नहीं?

ड्राइवर: तीन लोग हैं ना? 1800 रुपए लगेंगे।

रिपोर्टर: हां, तीन लोग है। लेकिन पैसा बहुत ज्यादा कह रहे हो भाई।

ड्राइवर: हर जगह चेकिंग होती है। इतना ज्यादा रिस्क है।

रिपोर्टर: कुछ तो कम कर दो भाई। बहुत ज्यादा रेट बता रहे हो।

ड्राइवर: अरे भाई, 1800 रुपए कम बता रहा हूं। इस सिचुएशन में 2000 रुपए भी कम है।

रिपोर्टर: कितनी देर में आओगे?

ड्राइवर: जगह बता दीजिए और मोबाइल नंबर दे दीजिए।

रिपोर्टर: अच्छा रुको। पहले जिसको जाना है उसे बता दूं कि इतना पैसा लगेगा।

ड्राइवर: ठीक है, लेकिन 1800 रुपए से कम नहीं लेंगे?

रिपोर्टर: ठीक है।