-संतों ने किया ऐलान, सर्वमान्य मॉडल पर ही हो राम मंदिर का निर्माण

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PRAYAGRAJ: श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपालदास महाराज की अध्यक्षता में आयोजित संत सम्मेलन में देश भर से जुटे संतों ने मंगलवार को एक बार फिर राम मंदिर निर्माण के लिए कार सेवा का ऐलान किया। वहीं पिछले करीब तीस वर्षो से पूरी दुनिया में प्रस्तावित सर्वमान्य मॉडल पर ही राम मंदिर निर्माण की मांग की।

विजय मंत्र का हुआ उद्घोष

माघ मेला क्षेत्र में स्थित विश्व हिंदू परिषद के कैंप में आयोजित विराट सम्मेलन की शुरुआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। देश भर से आए तमाम संतों की अगुवाई करते हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी व अन्य संतों ने दीप प्रज्जवलित किया। जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक जी ने विजय मंत्र- श्री राम जय राम, जय-जय राम का उद्घाघोष किया।

ट्रस्ट गठन पर संतों की नजर

पिछले कई दशकों से राम जन्म भूमि के अधिकार को लेकर चल रही लड़ाई में नौ नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मिली जीत पर संतों ने जय श्रीराम के जयकारे के साथ अपनी प्रसन्नता जताई। संतों ने कहा कि राम जन्मभूमि पर अधिकार का मार्ग प्रशस्त हो चुका है। अब केवल निर्माण की प्रक्रिया शुरू होनी है। नौ फरवरी तक ट्रस्ट का गठन हो जाएगा, जिसके बाद मंदिर निर्माण की तिथि का ऐलान होगा। राम शिलाएं जहां-जहां से कूट कर अयोध्या पहुंची हैं, वहां-वहां के साथ ही देश के अन्य गांवों से भी लोगों से सहयोग मांगा जाएगा। ट्रस्ट की घोषणा नौ फरवरी से पहले हो जाएगी। विराट संत सम्मेलन में महंत अखिलेश्वरानंद, महंत हरिहरानंद, योगीराज दिव्यानंद, जितेंद्रानंद सरस्वती, वैष्णवदास महाराज, डॉ। रामेश्वरदास, यतींद्रानंद महाराज, हृदयदास महाराज, घनश्यामदास महाराज, कन्हैयादास महाराज, स्वामी विश्व प्रसन्न महाराज, रामानुजाचार्य आदि मौजूद रहे।

तीर्थराज प्रयागराज में सभी ने एक राय से यह निर्णय लिया है कि रामलला जहां विराजमान हैं, वहां भव्य मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए। प्रस्तावित मॉडल और रखी हुई शिलाओं के उपयोग से ही मंदिर का निर्माण होगा।

-नृत्य गोपालदास महाराज

राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष

राम मंदिर भव्य बने इसका निर्णय सुप्रीम कोर्ट कर चुकी है। केंद्र सरकार जल्द से जल्द ट्रस्ट बनाए और राम जन्म भूमि न्यास मंदिर का निर्माण नृत्य गोपालदास महाराज की अध्यक्षता में हो यही हमारी कामना है।

-महंत नरेंद्र गिरी

अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद

मॉडल के अनुसार ही राम मंदिर की स्थापना हो राम लला के दर्शन हों, अब यही कामना है। राम मंदिर न्यास के मॉडल पर ही मंदिर का निर्माण होगा, तभी दर्शन करने जाएंगे, मॉडल बदला तो यहीं से प्रणाम और सरयू जी का दर्शन कर लेंगे।

-जगतगुरु वासुदेवानंद