-टीजीटी-2016 बायोलॉजी के लिए आवेदन के बाद निरस्त हुए थे एलटी गे्रड टीचर्स के पद

-67,400 अभ्यर्थियों के फ्यूचर को लेकर नहीं हो सका अभी तक कोई फैसला

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PRAYAGRAJ: बड़ी उम्मीद से टीचर पोस्ट के लिए अप्लाई किया था। सबकुछ सही होता तो आज पोस्टिंग की कतार में होते। लेकिन करंट सिचुएशन यह है कि सड़क पर भटकने को मजबूर हैं। यह दर्द है टीजीटी-2016 बायोलॉजी सब्जेक्ट के लिए अप्लाई करने वाले कैंडिडेट्स का। इन सभी ने सूबे के एडेड इंटर कॉलेजेज में एलटी ग्रेड टीचर्स के लिए अप्लाई किया था। अप्लाई करने के करीब डेढ़ साल बाद अब यह कैंडिडेट्स परेशान हाल हैं। लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। टीजीटी-2016 बायोलोजी विषय के 304 पदों के लिए कुल 67400 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।

उधर आया रिजल्ट, इधर खत्म हुई वैकेंसी

इस पूरे मामले में कैंडिडेट्स ने अपनी निराशा जाहिर की है। टीजीटी 2016 बायलोजी विषय के लिए आवेदन करने वाले जितेन्द्र यादव का कहना है कि एक ही शिक्षा व्यवस्था में दो अलग-अलग सिद्धांत व नियम कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने आवेदन के डेढ़ साल बाद यह कहते हुए पद समाप्त कर दिया कि इस विषय की अलग से पढ़ाई नहीं होती। जबकि राजकीय इंटर कॉलेजों में एलटी ग्रेड टीचर्स की नियुक्ति के लिए लोक सेवा आयोग की तरफ से बायोलॉजी सब्जेक्ट का एग्जाम कराया गया। साथ ही बीते दो नवंबर को रिजल्ट भी जारी कर दिया गया। जबकि दोनों प्रकार के स्कूल एक ही बोर्ड से संचालित होते हैं।

जब एक ही बोर्ड से दोनों प्रकार स्कूल संचालित हो रहे हैं तो दो नियम कैसे होंगे। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयनबोर्ड को 67400 कैंडिडेट्स के बारे में भी सोचना चाहिए।

-जितेन्द्र कुमार यादव

अध्यक्ष, बायोलॉजी संघर्ष मोर्चा 2016

गवर्नमेंट और बोर्ड कैंडिडेट्स के बारे में भी ध्यान देना चाहिए। आवेदन के करीब डेढ़ साल बाद पद खत्म करना उचित नहीं है। जबकि लोक सेवा आयोग की तरफ से इसी सब्जेक्ट के टीचर्स की पोस्टिंग के लिए एग्जाम कराया है।

-हरि प्रकाश यादव, शिक्षक नेता