-घर में घुसने से रोका, धमकी देकर भगाया, स्वास्थ्यकर्मियों से कहा, तुम लोग कोरोना फैलाने आए हो

-स्वास्थ्यकर्मियों और सिविल डिफेंस के लोगों ने की पुलिस से शिकायत, विभाग ने टीम को वापस बुलाया

PRAYAGRAJ: एक तरफ कोरोना से जंग में स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान की बाजी लगाए हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग अभी भी हालात को समझने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। यह लोग मामले की गंभीरता समझे बगैर रिएक्ट कर रहे हैं, जिससे इलाज में लगे टीम मेंबर्स को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही वाकया रविवार को शहर के करेली और गौसनगर एरिया में देखने को मिला। कोरोना की रोकथाम में लगे स्वास्थ्यकर्मियों को शहर केइन पुराने इलाकों में अभद्रता का सामना करना पड़ा। यहां पर लोगों की स्वास्थ्य जांच करने गई टीम के साथ अभद्रता की गई। साथ ही उन्हें भला-बुरा कहकर घर से भगा दिया गया। स्वास्थ्यकर्मियों और सिविल डिफेंस के लोगों ने मामले की शिकायत अधिकारियों के पास दर्ज कराई। बाद में अधिकारियों ने साफ कह दिया कि बिना पुलिस प्रोटेक्शन के स्वास्थ्यकर्मी ऐसे संवेदनशील इलाकों में जाने से बचें।

कुछ ऐसा था माहौल

-पीएचसी गौसनगर के कर्मचारियों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से उनका घर-घर जाकर सर्वे करने का आदेश दिया गया था।

-इन स्वास्थ्यकर्मियों को यह देखना था कि बीते कुछ दिनों में कौन-कौन लोग बाहर से आए हैं।

-इसके अलावा इन्हें यह भी चेक करना था कि इलाके में कितने लोगों को सर्दी जुकाम और बुखार है।

-इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार करके टीम को विभाग में सबमिट करनी थी।

-यह जांच शहर के तमाम एरिया में चल रही है और इसमें कुछ भी नया नहीं है।

-लेकिन करेली के गौसनगर में पहुंचते ही स्थानीय लोग टीम पर हावी हो गए

-इन लोगों ने टीम मेंबर्स को जमकर खरी-खोटी सुनाई और उन्हें भला-बुरा भी कहा।

-सिर्फ इतना ही नहीं, उनका कहना था कि टीम इस एरिया में कोरोना फैलाने के लिए आई है।

इन लोगों ने तो यहाहमें जांच नहीं कराना है। हमलोग अपना इलाज खुद कर सकते हैं।

सरकार ने दिया है जांच का आदेश

-देशभर में कोरोना के बढ़ते मरीजों के मद्देनजर सरकार ने घर-घर लोगों की जांच का आदेश जारी किया है।

-जिससे कोरोना संदिग्ध मरीजों की पहचानकर उनका इलाज कराया जा सके। इससे कोरोना संक्रमण फैलने से रोका जा सकेगा।

-इसी सिलसिले में रविवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमें करेली और गौस नगर एरिया के आसपास घरों में पहुंची थीं।

-लेकिन जैसे ही यह टीमें मोहल्लों और गलियों में दाखिल हुई, स्थानीय लोगों ने उन्हें घरों में आने से मना कर दिया।

-जब नाराज स्वास्थ्यकर्मियों ने अधिकारियों के पास शिकायत की तो टीमों को वापस बुला लिया गया।

स्वास्थ्य विभाग की टीम मोहल्लावार रिपोर्ट तैयार कर रही है। कोरोना से जंग में यह बहुत इंपॉर्टेट हैं। करेली और गौसनगर मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई है। जब तक पुलिस प्रोटेक्शन नहीं मिलेगी टीम के सदस्य संवेदनशील इलाकों में जांच के लिए नहीं जाएंगे।

-मेजर गिरिजाशंकर बाजपेई,

सीएमओ, प्रयागराज