ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय एवं समुद्र विज्ञान केन्द्र के प्रो। सुनीत द्विवेदी को भारतीय मानसून पर जर्मनी में उच्च स्तरीय शोध करने के लिए प्रतिष्ठित इंसा-डीएफजी-इंडो जर्मन रिसर्च अवार्ड प्रदान किया गया है। वह इस अवॉर्ड के तहत 01 अक्टूबर से 31 दिसंबर के मध्य 03 महीने की अवधि के लिए सेंटर फॉर अर्थ सिस्टम रिसर्च एंड सस्टेनेबिलिटी हैम्बर्ग विश्वविद्यालय जर्मनी का दौरा करेंगे।

मॉनसून के बारे में मिलेगी जानकारी

प्रो। सुनीत की यह शोध यात्रा जर्मन समकक्ष के साथ राष्ट्रीय हित की महत्वपूर्ण समस्या पर काम करने के लिए दीर्घकालिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की शुरुआत के लिए भी मार्ग प्रशस्त करेगी। विशेष रूप से इस यात्रा का उपयोग स्टोकैस्टिक पैरामीटराइजेशन प्रणाली विकसित करने के लिए किया जाएगा। इसे भारतीय मानसून की वर्षा के कुशल मौसमी भविष्यवाणी के लिए जलवायु मॉडल में सम्मिलित किया जाएगा। स्टोकैस्टिक मॉडलिंग का इस्तेमाल तीव्र एल नीनो की घटनाओं का भारतीय मानसून की भविष्यवाणी पर प्रभाव के अध्ययन के लिए भी किया जाएगा। भारतीय मानसून की वर्षा की मौसमी स्तर पर कुशल भविष्यवाणी कृषि की दृष्टि से विशेष रूप से उपयोगी होगी और संभवत: इसके दूरगामी सामाजिक-आर्थिक प्रभाव होंगे।