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स्टूडेंट्स ने 2020 की बोर्ड परीक्षा के लिए कराया है रजिस्ट्रेशन

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स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में शामिल होंगे

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छात्र इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे

18

फरवरी 2020 से शुरू होगी बोर्ड परीक्षाएं

06

मार्च को खत्म हो जाएगी बोर्ड परीक्षा

15

दिन में सम्पूर्ण परीक्षा कराने के टारगेट पर काम कर रहा है यूपी बोर्ड

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परीक्षा केन्द्र इस बार यूपी बोर्ड ने बनाया है

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सेंटर्स लास्ट इयर बोर्ड की तरफ बनाए गए थे

इस बार बनाए गए सेंटर

14 राजकीय इंटर कालेज को बनाया गया है सेंटर

135 सहायता प्राप्त अशासकीय यानी एडेड स्कूल को बनाया गया है सेंटर

119 वित्त विहीन स्कूलों को बनाया गया है सेंटर

319 थी लास्ट इयर के सेंटर्स की संख्या

268 है इस बार बनाए गए सेंटर की संख्या

चार दर्जन से अधिक स्कूलों का बना दिया एक सेंटर

prakashmani.tripathi @inext.co.in

PRAYAGRAJ: इसे गूगल बाबा का कमाल कहें या फिर बाबुओं का खेल, झेलना होगा परीक्षार्थियों को। शहर में स्थिति एक जीआईसी पर 56 स्कूलों का सेंटर बोर्ड परीक्षा के लिए बना दिया गया है। कैपेसिटी को लेकर प्राब्लम नहीं है। प्राब्लम डिस्टेंस को लेकर। सूत्रों का कहना है कि गूगल मैप से मिली डिस्टेंस को बेस बनाया गया है जबकि फिजिकल वेरीफिकेशन में यह डिस्टेंस जस्ट डबल है। यूपी बोर्ड में बस इतनी गनीमत कर दी है कि प्रपोज्ड सेंटर्स की लिस्ट जारी करके स्कूल मैनेजमेंट को ऑप्शन दिया है कि वे तथ्यों के साथ आब्जेक्शन दाखिल करें। इसे लेकर भी स्कूल मैनेजमेंट थोड़ी टेंशन में है क्योंकि इसके लिए सिर्फ दो दिन का मौका दिया गया है।

ब्रिज पार करके जाना है मुश्किल

यूपी बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर बनाए जा रहे सेंटर्स में खेल जारी है। बोर्ड की तरफ से एक ही स्कूल राजकीय इंटर कालेज में करीब 56 स्कूलों का सेंटर बनाया गया है। इसमें भी सबसे अधिक स्कूलों की संख्या यमुनापार एरिया की है। ऐसे में यमुनापार एरिया से आने वाले बच्चों के लिए परीक्षा केन्द्र पर समय से पहुंचना बड़ी मुसीबत है। क्योकि, यमुनापार एरिया से आने के लिए बच्चों को ब्रिज को क्रास करना पड़ेगा। ऐसे में अगर किसी भी कारण से ब्रिज पर जाम लगा तो समय से परीक्षा केन्द्र पहुंचना स्टूडेंट्स के लिए सबसे बड़ी मुसीबत होगी। इसको लेकर स्टूडेंट्स के साथ ही स्कूल प्रबंधन और प्रिंसिपल भी परेशान है। इसे संशोधित कराने के लिए गुरुवार को भी डीआईओएस आफिस में लगातार स्कूल प्रिंसिपल व मैनेजर प्रत्यावेदन देने में जुटे रहे।

नैनी से लूकरगंज जाएंगे परीक्षा देने

बोर्ड परीक्षा केन्द्र को मानक के अनुरूप बनाने में हुए खेल का ही असर है कि बच्चों को झूंसी से नैनी तो नैनी के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को सिटी के लूकरगंज एरिया तक परीक्षा देने जाना पड़ेगा।

माधव ज्ञान केन्द्र इंटरमीडिएट कालेज के प्रिंसिपल प्रदीप त्रिपाठी ने बताया कि उनके यहां के स्टूडेंट्स का सेंटर लूकरगंज स्थित अग्रसेन इंटर कालेज में भेज दिया गया है।

उनका कहना है कि गूंगल मैप से भले ही बोर्ड को दूरी मानक के अनुरुप लग रही है।

वास्तविकता में भौगोलिक स्थिति को भी समझना पड़ता है। नैनी से लूकरगंज जैसे भीड़ भाड़ एरिया में स्थित अग्रसेन इंटर कालेज तक पहुंचना बेहद टफ टास्क है।

जाम में फंसने के कारण लगातार पूरे परीक्षा के दौरान बच्चों के सामने समय से परीक्षा केन्द्र तक पहुंचना किसी चैलेंज से कम नहीं है।

प्रत्यावेदन के लिए सिर्फ दो दिन का समय दिया गया था।

उसमें भी गुरुवार को समय पूरा हो गया। ऐसे में जिन स्कूलों के सेंटर बनाने में गड़बड़ी हुई है, उनको प्रत्यावेदन के लिए अधिक समय दिया जाना चाहिए।

स्कूलों के सेंटर बनाने में हुई गड़बड़ी को लेकर लगातार प्रत्यावेदन आ रहे है। सभी प्रत्यावेदन को जिला समिति के सामने रखा जाएगा। वहां से होने वाले निर्णय के बाद उसे बोर्ड भेजा जाएगा।

आरएन विश्वकर्मा

डीआईओएस