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बजे के करीब दिया गया घटना को अंजाम

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हमलावरों के खिलाफ नामजद मुकदमा

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अज्ञात के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज

-करेली के बक्सीमोढ़ा में दिनदहाड़े हुई सनसनीखेज वारदात से तनाव

-भाग रहे दो आरोपितों को पब्लिक ने दबोचा, मोहल्ले में फोर्स तैनात

PRAYAGRAJ: 'विदेश से मरकज में न आते तो मेरे देश में कोरोना न फैलता.' मरकज पर यही कमेंट लौटन निषाद के मर्डर का सबब बन गया। सिटी के करेली स्थित बक्सीमोढ़ा में लौटन निषाद (28) को दिनदहाड़े दौड़ाकर गोली मार दी गई। तमंचे से निकली गोली उसके सिर में जा धंसी। सिर का आधा हिस्सा उड़ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देकर कातिल भागने लगे। आक्रोशित मोहल्ले के लोगों ने दौड़ाकर उनमें से दो को दबोच लिया। इस सनसनीखेज वारदात के बाद एरिया में तनाव की स्थिति बन गई।

खबर मिलते ही फोर्स के साथ आईजी व एसएसपी एवं एसपी सिटी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पब्लिक द्वारा पकड़े गए हत्यारोपित को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। तनाव को देखते हुए गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है। मृतक के बड़े भाई बिरजू की तहरीर पर 10 लोग नामजद और सात अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपितों पर एनएसए भी लगाया जाएगा।

ऐसा है फैमिली बैकग्राउंड

बक्सी मोढ़ा निवासी तुलसी निषाद की व पत्नी मुनिया की कई साल पहले मौत हो चुकी है। परिवार में तीन बेटे बिरजू, लौटन और सोनू और तीन बेटियां अंजू देवी, नीतू देवी व आरती हैं। बेटियों सहित बिरजू और लौटन की शादी हो चुकी है। बताते हैं परिवार के देशराज अकेला 2000 से 2005 तक प्रधान थे। रिश्ते में अकेला बिरजू के बाबा लगते हैं।

विवाद के बाद दी धमकी

-जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह नौ बजे के करीब अकेला सहित बिरजू व अन्य पास में स्थित नारायण के किराने की दुकान के पास चबूतरे पर बैठे थे।

-सभी अखबार पढ़ते हुए कोराना पर चर्चा कर रहे थे कि यदि विदेश से जमात वाले मरकज में न आते तो मेरे देश में कोरोना न फैलता।

-यह सुनते ही मोहल्ले का ही सोना पुत्र कदीर गालियां देने लगा। विवाद बढ़ा तो पूर्व प्रधान अकेला शांत कराने लगे।

इस पर आरोपित सोना अकेला से मारपीट करने लगा। अकेला व बिरजू आदि ने उसे शांत कराकर घर भेज दिया।

-उस वक्त सोना ने धमकी दी कि अभी बताता हूं और वहां से चला गया।

दौड़ाकर मार दी गोली

-आरोप है कि कुछ देर बाद सोना, सादिक मंगरू व सेबू पुत्र सादिक एवं जाकिर अली पुत्र हाकिम व नूर अख्तार पुत्र हाकिम, नौशाद पुत्र हाकिम, शादाब पुत्र तिखार, फारुक पुत्र गुलशेर, नौशाद पुत्र गुलशेर, फरहान पुत्र डिप्टी सहित दस लोग व छह-सात अन्य लाठी डंडा व असलहे के साथ पहुंचे और गालियां देते हुए मारपीट शुरू कर दिए।

-बड़े भाई व परिवार के अन्य लोगों से विवाद होता देख लौटन भी वहां पर पहुंच गया।

-इस बीच सोना व फारुक आदि के ललकारने पर भगदड़ मच गई।

-इन सबके बीच नौशाद ने दौड़ाकर दरवाजे पर लौटन को गोली मार दी।

-गोली लगने से लौटन के सिर का आधा हिस्सा उड़ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

महिलाओं की भी पिटाई की

आरोप है कि हमलावरों ने संतोषी पत्नी बिरजू व बेटी मनीषा की भी पिटाई की।

दिन दहाड़े इस सनसनीखेज वारदात अंजाम देकर आरोपित भागने लगे।

इस पर पब्लिक ने दौड़ाकर नौशाद सहित दो लोगों को पकड़ लिया।

घटना से मोहल्ले में तनाव को देखते हुए फोर्स के साथ पहुंचे अफसरों ने पकड़े गए लोगों को हिरासत में ले लिया।

शेष आरोपितों की तलाश में क्राइम ब्रांच सहित थाने की पुलिस देर शाम तक जुटी रही।

अफसरों के मुताबिक आरोपितों के खिलाफ एनएसए यानी नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

फूल से चेहरों की लुट गई खुशियां

मौत के घाट उतारे गए लौटन की शादी करीब नौ साल पूर्व धूमनगंज एरिया के तारापुर स्थित सविता से हुई ही थी। शादी बाद उसे तीन बच्चे हुए। इनमें बेटी अनन्या (7), बेटा आनन्द (4) व आर्यन (3) है। उसकी हत्या से पत्नी सविता सुधबुध खो बैठी है। तीनों बच्चों को गोद में लेकर वह इस सोच में डूबी रही कि आखिर अब इन बच्चों का क्या होगा? उसके परिवार का भरण पोषण कैसे होगा। मां की गोद में बैठे खेलने व कूदने एवं मुस्कुराने वाले तीनों बच्चों के चेहरे पर भी गम की परछाई तैरती रही। मुस्कान तो मानों उनके जीवन से सदा के लिए चली गई हो।

सुबह नौ बजे के करीब न्यूज पढ़ते समय हुई चर्चा के बाद विवाद बाद घटना को अंजाम दिया गया है। कुछ आरोपित हिरातस में लिए गए हैं। अन्य की तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है। आरोपितों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जाएगी। मोहल्ले में शांति व्यवस्था के मद्देनजर फोर्स लगा दी गई है।

-सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी प्रयागराज