सहसपुर थाने के लॉकअप में मौत का मामला

-अभिनव का पोस्टमार्टम करा शव भाई को सौंपा

-भाई ने कहा, पुलिस ने मेरे भाई की हत्या कर दी

-दो दिन बाद लौटकर दर्ज कराऊंगा एफआईआर

देहरादून

सहसपुर थाने में के लॉकअप में यूपी के 24 वर्षीय युवक अभिनव यादव की मौत मामले में उसके भाई ने पुलिस पर षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है। शव लेने आए मृतक के भाई ने क्रियाकर्म से लौटकर इस मामले में पुलिस के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है। उसने कहा कि मजिस्ट्रेट ने मामले की प्राइमरी जांच के लिए दो दिन की मोहलत मांगी है। संडे को पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में कोरोनेशन हॉस्पिटल में अभिनव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी भी कराई गई है। पोस्टमार्टम के बाद अभिनव के भाई ने शव का हरिद्वार में गंगा किनारे अंतिम संस्कार कर दिया। पोस्टमार्टम करने वाली टीम का कहना है कि मंडे को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। मामले की मजिस्ट्रेट जांच की जा रही है, सहयोग के लिए पुलिस भी मुर्दाघर पहुंची थी।

भाई को पहले बताया एक्सीडेंट, फिर थाने में सूसाइड:

शव लेने देहरादून आए अभिनव के भाई शंभू ने बताया कि वह और अभिनव दोनों दिल्ली में ही वसंत विहार इलाके में रहते थे। अभिनव दिल्ली में ही ब्रॉडबैंड कंपनी के इंटरनेट कनेक्शन और डीटीएच बेचता था। वह बुधवार की रात दिल्ली में ही भाई के साथ था। उसके मोबाइल पर लगातार किसी के कॉल्स आ रहे थे, जिससे वह परेशान था। बात करने के लिए बार बार उठकर घर से बाहर जा रहा था। गुरूवार सुबह 4 बजे के आसपास वह बिना बताए घर से निकल गया था। सुबह उठने पर भाई ने कॉल कर पूछा तो उसने बताया कि जरूरी काम से जा रहा है, जल्द लौट आएगा। इसके बाद शनिवार सुबह 11 बजे बाद भाई शंभू के मोबाइल पर कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को देहरादून के सहसपुर थाने से बोलना बताया और कहा कि अभिनव का एक्सीडेंट हो गया है देहरादून आ जाओ। फिर दूसरा कॉल आया जिसमें अस्पताल ले जाते समय मौत की सूचना दी गई। कुछ समझ न आने पर शंभु दिल्ली में वसंत विहार पुलिस स्टेशन गया, वहां पूरा घटनाक्रम बताया, वसंत विहार थाने की पुलिस ने दून के सहसपुर थाने कॉल किया और बताया कि शंभू की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई है। तब वह दिल्ली से रवाना हुआ।

आठ घंटे तक कहां सोती रही सहसपुर थाना पुलिस:

अभिनव के भाई शंभू को विकासनगर सीओ ने अपने मोबाइल में लॉकअप के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज दिखाए। जिसके जरिए उसे यह कन्वेंस करने का प्रयास किया गया कि थाने के लॉकअप में शंभु ने सूसाइड किया है। अभिनव के भाई का कहना है कि लॉकअप में रात डेढ़ बजे के बाद गश्त के लिए पुलिस की वर्दी वाला शख्स दूसरी बार सुबह साढ़े 9 बजे नजर आया। ऐसे में यह बड़ी लापरवाही है। आठ घंटे तक किसी ने थाने का लॉकअप के बाहर गश्त ही नहीं की। अगर पुलिस लॉकअप की निगरानी रखी जाती तो यह घटना नहीं होती। अभिनव को थाने कब लाया गया और लॉकअप में कब बंद किया, इसके फुटेज उसके भाई को नहीं दिखाए गए। ऐसे में शंभू का आरोप है कि उसके भाई को पुलिस ने टार्चर किया होगा, आशंका यह भी है कि लड़की के परिवार वालों के दबाव में अभिनव को प्रताडि़त किया होगा। वह बहुत हिम्मत वाला था, पुलिस उसे गिरफ्तार करने की सूचना परिजनों को देती तो भी शायद यह घटना न होती।

अभिनव के भाई को दिखाए आपत्तिजनक फोटो:

पुलिस ने अभिवन के भाई को उसके कुछ आपत्तिजनक फोटोज भी दिखाए। जिनमें अभिनव एक लड़की के साथ है। पुलिस का कहना है अभिनव इससे पहले देहरादून आया था, अभिनव और लड़की के आपत्तिजनक फोटो दून के ही किसी होटल के हैं। यह वही लड़की है जिसके परिजनों ने उसके खिलाफ आरोप लगाए थे। अभिनव उस लड़की को होटल में लेकर गया और वहां उसके आपत्तिजनक फोटो खींचे। इन फोटोज के जरिए ही वह लड़की को ब्लैकमेल कर रहा था।

होटल का खुलासा नहीं कर रही पुलिस: अभिनव के भाई शंभू का आरोप है कि लड़की नाबालिग है तो होटल वाले ने अजनबी लड़के के साथ एंट्री कैसे कराई। ऐसे में होटल में जो आईडी पु्रफ दिया गया था उसकी जांच कराई जाए। साथ ही लड़की का मेडिकल भी कराया जाए कि वह नाबालिगथी या बालिग।

एसपी सिटी को नहीं मिला इन्क्वायरी आर्डर : शनिवार को सहसपुर थाने के लॉकअप में मौत मामले की डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी एसएसपी ने एसपी सिटी को सौंपी थी। एसपी सिटी श्वेता चौबे का कहना है कि उन्हें अभी इन्वायरी का आर्डर नहीं मिला है, आर्डर मिलने पर इन्क्वायरी शुरू करेंगी।