-सफाई न होने और पानी की समस्या से पैसेंजर्स हैं परेशान

-बायो टॉयलेट की बदबू पैसेंजर को कर रही परेशान

केस-1

82451 कानपुर-सीएसटी सुविधा स्पेशल में सफर कर रहे पैसेंजर मिलींद सिंह नेमाडे ने ट्रेन के एस-5 कोच के टॉयलेट अनक्लीन होने और सफाई बेहतर न होने की कम्प्लेन की। जिस पर डीआरएम इलाहाबाद ने ट्रेन के इलाहाबाद पहुंचने पर सफाई कराने को कहा।

केस-2

15160 दुर्ग-छपरा सारनाथ एक्सप्रेस के एस-8 कोच में सफर कर रहे पैसेंजर गोविंदा ने टॉयलेट में पानी की सुविधा न होने। चार्जिग पोर्ट खराब होने और सफाई व्यवस्था ध्वस्त होने की कम्प्लेन की। जिस पर ट्रेन के इलाहाबाद जंक्शन पर पहुंचते ही कोच की सफाई कराने के साथ ही तत्काल चार्जिग पोर्ट ठीक किया गया। वहीं पानी भर दिया गया। कोच की सफाई भी कराई गई।

केस-3

11072 कामायनी एक्सप्रेस के एस-11 कोच में सफर कर रहे पैसेंजर रमाकांत सिंह यादव ने रेल मंत्री के साथ ही जीएम एनसीआर व डीआरएम इलाहाबाद को ट्वीट कर कोच में वाटर सप्लाई न होने के कम्प्लेन की। साथ ही बताया कि एस-12 में लाइट नहीं जल रहा है। ट्रेन इलाहाबाद जंक्शन पर पहुंची, इसके बाद भी ट्रेन को अटेंड कर कम्प्लेन को दूर नहीं किया गया।

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद जंक्शन के साथ ही एनसीआर के करीब-करीब सभी इम्पॉर्टेट स्टेशनों पर इन दिनों मैकेनाइज्ड क्लीनिंग सिस्टम से सफाई की जा रही है। इसका असर भी स्टेशनों पर दिख रहा है। जहां सफाई व्यवस्था बेहतर होने पर वेटिंग हॉल व प्लेटफार्म चमक रहा है। वहीं दूसरी तरफ ट्रेनों की सफाई व्यवस्था नहीं सुधर पा रही है। जिससे सफर के दौरान पैसेंजर्स को परेशानी हो रही है।

पैसेंजर्स कर रहे हैं कंप्लेंट

दिल्ली-हावड़ा के साथ ही मुंबई रूट की ट्रेनों में सफाई व्यवस्था बेहतर न होने की बात लगातार सामने आ रही है। टॉयलेट में पानी न होने के साथ ही सफाई व्यवस्था काफी खराब होने की कम्प्लेंट लगातार रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ ही जीएम एनसीआर व इलाहाबाद मंडल के अधिकारियों से ट्वीट कर की जा रही है। कुछ ट्वीट पर जहां तत्काल एक्शन लेते हुए कार्रवाई हो रही है, वहीं कुछ ट्वीट को इग्नोर कर दिया जा रहा है। इसकी वजह से पैसेंजर्स का गुस्सा रेलवे के सिस्टम पर उतर रहा है।

टॉयलेट की सफाई न होना बड़ी समस्या

एनसीआर के साथ ही पूरे देश में चलने वाली ट्रेनों के टॉयलेट अपग्रेड कर दिए गए हैं। गंदगी ट्रैक पर न गिरे इसलिये बायो टॉयलेट लगा दिए गए हैं। बायो टॉयलेट भी अब पैसेंजर्स के लिए समस्या बने हुए हैं, क्योंकि सफाई न होने से गंदगी और बदबू की समस्या लगातार बनी हुई है। इस वजह से सफर करना मुश्किल हो रहा है। टॉयलेट से सटे सीट पर बैठे पैसेंजर सबसे ज्यादा परेशान होते हैं।

ऑनबोर्ड हाउसकीपिंग सिस्टम भी नहीं

ट्रेनों की सफाई व्यवस्था पर कंट्रोलिंग के लिए रेलवे ने ऑनबोर्ड हाउसकीपिंग सिस्टम बना रखा है। इसके तहत कम्प्लेन करने पर तत्काल कोच में सफाई कराने का दावा किया जाता है। रेलवे का यह सिस्टम भी पूरी तरह से काम करता हुआ नहीं दिख रहा है।

एनसीआर से चलने वाली सभी ट्रेनों में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लंबी रूट की ट्रेनों में कम्प्लेन पर भी संबंधित स्टेशन पर ट्रेन को अटेंड किया जाता है। इसके बाद भी अगर ट्रेन में क्लीनिंग की समस्या है तो पैसेंजर रेल स्वच्छता एप के थ्रू कम्प्लेन कर सकते हैं।

-अमित मालवीय

पीआरओ, इलाहाबाद मंडल