जम्मू (पीटीआई/एएनआई)। अमरनाथ यात्रा आज से शुरू हो गई है। अमरनाथ यात्रियों के दूसरे जत्थे ने सोमवार को बेस कैंप छोड़ दिया है।  न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दूसरे बैच में 4,417 तीर्थयात्री शामिल हैं । इसमें 3,543 पुरुष, 843 महिलाएं और 31 बच्चे शामिल हैं। यात्रा के लिए बालटाल और पहलगाम रूट निर्धारित है। इसमें पहलगाम मार्ग से , 2,800 तीर्थयात्री और बालटाल से 1,617 तीर्थयात्री रवाना हुए। वहीं अमरनाथ यात्रा के लिए पहला बैच को रविवार को रवाना किया गया।

सरकार ने यात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार के के शर्मा ने रविवार को जम्मू बेस कैंप में पूजा करने के बाद अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना किया। इस दाैरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि सरकार ने यात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है। नई व्यवस्था के तहत यात्री बालटाल और पहलगाम रूट से जाने की सुविधा है।

शांतिपूर्ण यात्रा करने का श्रेय मुसलमानों को दिया

राज्यपाल मलिक ने पिछले कई वर्षों से शांतिपूर्ण यात्रा करने का श्रेय स्थानीय मुसलमानों को दिया है।उन्होंने कहा कि हम अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए व्यवस्था कर रहे हैं, लेकिन यह यात्रा सेना या पुलिस द्वारा आयोजित नहीं की जाती है। कई वर्षों से यह कश्मीर के लोगों, विशेष रूप से हमारे मुस्लिम भाइयों द्वारा संचालित किया जा रहा है। उनके सहयोग व समर्थन से यह सफल हो रही है।  
amarnath yatra : जयकारों संग बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकला श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था
सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ लगाए गए सीसीटीवी
45 दिन तक चलने वाली इस यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस यात्रा का समापन 15 अगस्त, श्रावन पूर्णिमा पर्व के दिन होगा।  शांतिपूर्ण व सुरक्षित अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। तीर्थयात्री सुरक्षा दस्ते संग काफिलों में रवाना हुए। यात्रा वाले दोनों मार्गों पर बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी की तैनाती व सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।

यात्रियों की जरूरतों को देखते हुए बने रिसेप्शन सेंटर  
तीर्थयात्रियों को बुनियादी जरूरतों को देखते हुए कई रिसेप्शन सेंटर बनाए गए हैं। समुद्र तल से करीब 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बर्फ की विशाल संरचना है। यह भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों की प्रतीक है। अमरनाथ गुफा को हिंदुओं के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है।अमरनाथ यात्रा हर साल श्रावणी मेले के दौरान आयोजित की जाती है।

1.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने कराया रजिस्टेशन
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक देश भर के 1.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ यात्रा  के लिए अपना पंजीकरण कराया है। पिछले साल गुफा में 2.85 लाख तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए थे। वहीं इसके पहले 2015 में 3.52 लाख,  2016 में 3. 20 लाख और 2017 में 2.60 लाख तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।

 

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