- इसी महीने साउथ अमेरिका टीम आ रही है मेरठ

- मेरठ के ट्रीटमेंट प्लांट पर करेंगे रिसर्च

<- इसी महीने साउथ अमेरिका टीम आ रही है मेरठ

- मेरठ के ट्रीटमेंट प्लांट पर करेंगे रिसर्च

Meerut meerut@inext.co.in

Meerut : आपको ताज्जुब होगा कि दुनिया जिस देश की टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल कर अपने विकास के पंख लगा रहा है। उसी देश के स्टेट मेरठ की टेक्नोलॉजी पर रिसर्च करने आ रहे हैं। जी हां, साउथ अमेरिका के कई स्टेट्स का डेलीगेशन मेरठ के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर रिसर्च करने को आ रहे हैं। अभी डेट कोई फिक्स नहीं हुई है। गौरतलब है पहले वो ख्8 अक्टूबर को आने वाली थी।

पहले रूड़की, फिर मेरठ

वेबकॉस गवर्नमेंट ऑफ इंडिया और आईआईटी रूड़की एक प्रोग्राम आयोजित कर रहा है। ये प्रोग्राम आईआईटी रूड़की में आयोजित होना है। साउथ अमेरिका के कुछ स्टेट्स आएंगे। प्रोग्राम अटेंड करने के बाद उन्होंने मेरठ आने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने मेरठ के डिसेंट्रलाइज्ड सीवरेज ट्रीटमेंट सिस्टम पर रिसर्च करनी है। ताकि वो इस सिस्टम को अपने स्टेट्स में भी लागू कर सके। एमडीए के अधिकारियों के अनुसार उन्हें ख्8 अक्टूबर को रूड़की आना था। वहां दो दिन का प्रोग्राम अटेंड करने के बाद मेरठ आते। उनका प्रोग्राम थोड़ा एक्सटेंड हो गया है।

आखिर क्या है खासियत?

एमडीए की इस सिस्टम की तारीफ सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड भी कर चुका है। इसमें पूरे सिस्टम में एक्टीवेटिड स्लग प्रोसेस विद एक्सटेन्डिड एरिएशन तक का इस्तेमाल किया गया है। इसकी खास बात ये है कि सिटी में छोटे-छोटे पिट बनाकर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए गए हैं। अगर इनमें कोई एक बंद भी हो जाता है तो बाकियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

सिटी में हैं क्ख् प्लांट्स

सिटी में ऐसे में क्ख् ट्रीटमेंट प्लांट्स हैं। जिनकी कुल क्षमता क्क्ख् एमएलडी हैं। ये प्लांट्स श्रद्धापुरी, सैनिक विहार, पल्लवपुरम फेज-क्, पल्लवपुरम फेज-ख्, स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स, शताब्दी नगर, रक्षापुरम, पांडव नगर, लोहिया नगर आदि जगहों पर लगे हुए हैं। अधिकारियों की मानें तो ये सभी भ् से क्ख् एमएलडी के प्लांट्स हैं। जिनकी कॉस्ट क्-भ् करोड़ रुपए पर एमएलडी आती है। साथ ही स्पेस भी काफी कम लेते हैं। ये इंडिया की सबसे लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है।

फैक्ट एंड फिगर

- सिटी में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के लगे हुए हैं क्ख् ट्रीटमेंट प्लांट।

- क् से भ् करोड़ रुपए पर एमएलडी आता है खर्च।

- साउथ अमेरिका के करीब म् से अधिक स्टेट्स आ रहे हैं स्टडी करने।

- मेरठ से भ् से क्ख् एमएलडी के बने हुए हैं ट्रीटमेंट प्लांट।

- पहले ख्8 अक्टूबर को आना था डेलीगेशन। नवंबर मिड में होगा दौरा।

ये हमारे लिए गर्व की बात है कि विदेशों से डेलीगेशन हमारे काम को देखने और उस स्टडी करने को लोग आ रहे हैं। हमारे ट्रीटमेंट प्लांट एडवांस टेक्नोलॉजी और कम खर्च में तैयार हुए हैं। यही खास बात है।

- आईएस सिंह, चीफ इंजीनियर, एमडीए