एफआईआर में ही दर्ज हुआ था अमित का नाम, तीन साल की केस डायर बयां कर रही है सच

आरोपित पक्ष एक विधायक के सहारे अधिकारियों को कर रहा गुमराह

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PRAYAGRAJ: तीन साल पहले हुए हाई प्रोफाइल हिना तलरेजा मर्डर केस की दबी फाइल ओपन होने के बाद एक के बाद एक नई कहानी सामने आ रही है। इस केस का एक आरोपित अमित केशरवानी आज भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। शहर के बड़े व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखने वाले अमित की लोकेशन क्राइम स्पॉट पर ही मिली है। केस की विवेचना कर रहे कोखराज एसओ राकेश कुमार तिवारी ने दबी फाइल को री-ओपन कर जांच शुरू की तो सच निकल कर एक के बाद एक सामने आने लगा।

अधिकारी से क्यों बोला झूठ

इस केस का एक आरोपित अमित शहर के बड़े कारोबारी का बेटा है। रसूख के चलते सम्पर्क भी अच्छे लोगों से है। अमित के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का पता चला तो एक विधायक जी भी उसे बचाने में जुट गए हैं। गुरुवार को उन्होंने एडीजी जोन से मुलाकात के दौरान बताया कि तीन साल पहले अमित का नाम केस में दर्ज नहीं था। उन्होंने जबरन फंसाने का आरोप लगाते हुए पुलिस टॉर्चर रोकवाने का आग्रह किया था। उनका दावा था कि अमित का नाम घटना में सामने आने की भनक तक घरवालों को नहीं थी। एडीजी ने क्रास चेक किया तो पता चला कि अमित का नाम शुरुआत से है। इसकी पुष्टि अमित के रिश्तेदारों का हलफनामा भी देता है। जिसमें वे अमित का स्पॉट पर गैर मौजूद होना बता रहे हैं।

हिना और अमित थे करीबी

मृतक हिना तलरेजा सिविल लाइन स्थित एक हुक्का बार में काम करती थी। वहां आरोपित अमित भी जाता था। मृतक हिना के पति अदनान से भी उसके अच्छे संबंध थे। बाद में अमित, हिना व अदनान एक-दूसरे के सम्पर्क में आ गये। अमित केशरवानी के होटल में भी आना जाना शुरू हो गया तो मित्रता प्रगाढ़ हो गयी। पुलिस की जांच में सच सामने आया है कि दोनों दिन में लगभग 30 से अधिक कॉल करते थे। हिना का अट्रैक्शन अदनान की तरफ ज्यादा था। हिना ने अदनान से लव मैरीज कर ली। अदनान के घर वाले इस रिश्ते से खुश नहीं थे। अदनान ने बाद में दूसरी शादी कर ली। इसकी जानकारी हिना को हुई तो उसने उसके खिलाफ चौकी में तहरीर दे दी। अदनान ने किसी तरीके से उसे माफी मांगकर मना लिया।

व्यापारी की गाड़ी का हुआ था यूज

हिना से पीछा छुड़ाने की योजना अदनान ने साथियों संग बनाई थी। पूरी योजना में साथियों ने उसका पूरा साथ दिया। चार जुलाई 2017 को हिना अपनी मां से दिल्ली जाने की बात बोलकर निकली थी। सुबह उसकी बॉडी कौशांबी जिले के कोखराज थाना एरिया के हाईवे पर मिली। पोस्टमार्टम में गैंगरेप के बाद गोली मारकर हत्या की बात सामने आयी। पहचान के बाद आरोपित ट्रैक कर लिये गये। घटना में एक सफारी इनवाल्व होना पुलिस ने ट्रेस किया है। पुलिस की इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट के अनुसार यह गाड़ी शहर के बड़े व्यापारी के बेटे अमित की है।

व्यापारी पुत्र के खिलाफ पुलिस को मिले सबूत

04 जुलाई 2017 को गाड़ी की लोकेशन क्राइम स्पॉट पर मिलना

कॉल डिटेल में हिना और अमित के बीच तीस बार से ज्यादा बातचीत

हिना का अमित के होटल पर आना-जाना

जेल में बंद आरोपियों द्वारा अमित का नाम लिया जाना

पुलिस को गुमराह करने के लिए फर्जी हलफनामा

अमित के मोबाइल की लोकेशन घटना के दिन कौशांबी में मिलना

जो सच होगा वहीं विवेचना में लिखा जाएगा। एसपी सर कौशांबी और एडीजी सर का आदेश है कि निष्पक्ष जांच की जाय। गाड़ी का इस्तेमाल और कॉल डिटेल्स के सच को ठुकराया नहीं जा सकता। आगे की जांच बाकी है।

राकेश कुमार तिवारी

इंस्पेक्टर, विवेचना अधिकारी