-दलित सांसदों के बाद मुखर हुई भाजपा की मीडिया पैनेलिस्ट दीप्ति भारद्वाज

-ट्वीट कर कहा, सरकार के निर्णय शर्मसार कर रहे, नहीं धुलेंगे ये कलंक

ट्वीट

आदरणीय भाई अमित शाह जी उत्तर प्रदेश को बचा लीजिए, सरकार के निर्णय शर्मसार कर रहे हैं। ये कलंक नहीं धुलेंगे। आदरणीय भाई नरेंद्र मोदी जी और आपके साथ हम सबके सपने चूर-चूर होंगे।

दीप्ति भारद्वाज, मीडिया पैनेलिस्ट, यूपी बीेजेपी

LUCKNOW: दलित सांसदों के बागी तेवरों के बाद प्रदेश भाजपा की मीडिया पैनेलिस्ट दीप्ति भारद्वाज ने भी प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। माना जा रहा है कि उन्नाव प्रकरण में सरकार के रुख को लेकर दीप्ति ने पार्टी के बड़े नेताओं को आईना दिखाने की कोशिश की है। इसके लिए उन्होंने अमित शाह के राजधानी आगमन का दिन चुना और सुबह से ट्वीट कर पार्टी और सरकार को घेरना शुरू कर दिया। बुधवार सुबह 7.14 बजे किए अपने पहले ट्वीट में उन्होंने यह लिखकर हड़कंप मचा दिया कि 'आदरणीय भाई अमित शाह जी उत्तर प्रदेश को बचा लीजिए, सरकार के निर्णय शर्मसार कर रहे हैं। ये कलंक नहीं धुलेंगे। आदरणीय भाई नरेंद्र मोदी जी और आपके साथ हम सबके सपने चूर-चूर होंगे'। उन्होंने अपना ट्वीट अमित शाह और पीएम मोदी को टैग भी किया है।

ताबड़तोड़ किए कई ट्वीट

बुधवार सुबह जब भाजपा नेता अमित शाह की अगवानी की तैयारियों में जुटे थे, दीप्ति भारद्वाज के इस ट्वीट ने उनके होश उड़ा दिए। दीप्ति ने इसके बाद 7.21 बजे दूसरा ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा 'जान सांसत में पाल ली हमने, दुश्मनी खुद से पाल ली हमने, उनकी हसरत का एहतराम किया, खुद की पगड़ी उछाल ली हमने, उत्तर प्रदेश बचाओ'। वहीं इसके पांच मिनट बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया कि 'नाम हो गया और दौलत भी, अब तू यूं कर कि खुदा हो जा, सरकार की कार्यशैली से नाइत्तफाकी, भाजपा बचाओ'। करीब 8.12 बजे दीप्ति ने अपने चौथे ट्वीट में अमित शाह को टैग करके लिखा कि 'उत्तर प्रदेश में अचानक हुए घटनाक्रम दुर्भाग्यपूर्ण हैं। संगठन की 2019 की योजना पर पानी फेरने वाले'। फिर 10.35 मिनट पर उनका पांचवा ट्वीट आया कि भरोसा! चाक पर चलता हुआ कुम्हार का हाथ है जिसके सहारे मिट्टी का लौंदा भी ढल जाता है एक सुघड़ सलोने बर्तन में!!!'।

महिला के साथ रहूंगी

दरअसल उन्नाव कांड को लेकर दीप्ति भारद्वाज ने पार्टी लाइन से इतर जाते हुए बगावती तेवर अपनाए हैं। मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं एक महिला हूं और महिला का साथ दूंगी। फिलहाल उनके इस कदम से पार्टी मे हड़कंप मच चुका है क्योंकि ये सारे ट्वीट तेजी से वायरल होते जा रहे हैं। वहीं पाटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के राजधानी में मौजूद होने से पार्टी और संगठन के बड़े ओहदेदारों की मुश्किलें भी बढ़ गयी है। हालांकि सूत्रों की मानें तो दीप्ति की नाराजगी की कुछ अन्य वजहें भी हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान बेहद सक्रिय रहीं दीप्ति को सरकार बनने के बाद कोई बड़ा ओहदा न मिल पाना भी इसमें शामिल है। वहीं पिछले कुछ दिनों से वह संगठन की कार्यशैली को लेकर नाराज दिख रहीं थी। अब देखना यह है कि पार्टी किस तरह उन्हें मनाती है अथवा उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करती है।