पूर्णिया (एएनआई)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बिहार में महागठबंधन सरकार का मुकाबला करने के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को और मजबूत बनाने की तैयारी मेें जुट गई है। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को बिहार के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अमित शाह शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में जन भावना महासभा को संबोधित करेंगे। अमित शाह के बिहार पूर्णिया और किशनगंज जिलों के सीमांचल (सीमावर्ती) जिलों के दौरे को लेकर बीजेपी की तैयारी जोरों पर है।

भाजपा की बिहार इकाई ने एक नया नारा दिया
अमित शाह की राज्य की पहली यात्रा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा से अलग होने और राजद, कांग्रेस और अन्य के साथ मिलकर महागठबंधन सरकार बनाने के बाद हो रही है। पार्टी को और गति देने के लिए भाजपा की बिहार इकाई ने एक नया नारा दिया है जिसमें लोगों से राज्य के विकास के लिए पार्टी का समर्थन करने का आग्रह किया गया है।भारतीय जनता पार्टी ने आओ चले भजपा के साथ, करे बिहार का विकास का नारा पेश किया है। अमित शाह बिहार में पहली बार सीमांचल इलाके में जन भावना महासभा को संबोधित करेंगे।

भाजपा पर सवाल उठाना शुरू कर दिया
सीमांचल क्षेत्र में कटिहार, अररिया और किशनगंज जिले शामिल हैं। अमित शाह की बिहार यात्रा 2024 लोकसभा और 2025 बिहार विधानसभा चुनावों में अधिकतम सीटें जीतने की भाजपा की रणनीति को दर्शाती है। राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल (यूनाइटेड) ने पहले ही सीमांचल क्षेत्र में 'जन भावना महासभा' की योजना बनाने के लिए भाजपा पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव हों या बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, सभी आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी ने सीमांचल इलाके को इसलिए चुना है ताकि अमित शाह धार्मिक ध्रुवीकरण कर सकें।

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