मुंबई (पीटीआई)। Coronavirus Impact : बाॅलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को सोमवार को अपने एक ट्वीट के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इस ट्वीट में दावा किया गया था कि रविवार को अमावस्या होने की वजह से जनता कर्फ्यू में शंख बजाने, ताली बजाने से जो कंपन पैदा होता है वो कोरोना वायरस को कम या खत्म कर देता है। हालांकि इस ट्वीट को उन्होंने बाद में डिलीट भी कर दिया। इसमें लिखा था, 'एक ओपिनियन : 5 पीएम पर 22 मार्च को अमावस्या थी। वायरस, बैक्टीरिया, बुरी शक्तियां अपने चरम पर होती हैं। इसलिए इस दिन ताली बजाने व शंख बजाने से जो वाइब्रेशन क्रिएट हुआ उससे किसी भी तरह के वारयस का खात्मा हो सकता है।'

लिरिक्स राइटर वरुण ग्रोवर ने अमिताभ को बताया गलत

अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट को लेकर न सिर्फ उनके फैंस ने उन्हें ट्रोल किया बल्कि कई बड़े पत्रकारों से लेकर खुद बाॅलीवुड के लोगों ने भी उनकी इस पोस्ट को नजरअंदाज करने की बात कही। उन्हीं में से एक राइटर व लिरिसिस्ट वरुण ग्रोवर ने इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, 'शर्मनाक, अंधविश्वास से भरे इस तरह के पोस्ट किसी ऐसे व्यक्ति से आना जिसको लोग अपना आइडल मानते हैं। हमने अपने कई सेलेब्स की बेशर्मी को नजरअंदाज करना सीख लिया है पर ऐसी जानकारी इस तरह के हालात में फैलाना खतरनाक है। वैसे भी जनता का जीवन दांव पर लगा हुआ है और आप उसके लिए अधिक जिम्मेदार हैं।'

लोगों ने कमेंट कर अमिताभ को बाताया गलत

अपने इस ट्वीट को लेकर अमिताभ सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हुए। कमेंट में लोगों ने उन्हें कई सारे सवाल पूछ डाले। एक ने तो लिखा, 'नहीं, हम सबके साथ मिल कर ताली बजाने से जो वाइब्रेशन क्रिएट हुआ है उससे कोरोना वायरस का इंफेक्शन नहीं खत्म होगा।' बाद में अमिताभ ने अपने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया और एक नया ट्वीट किया। इसमें उन्होंने तीन सवालिया निशानों वाली एक तस्वीर शेयर की और लिखा कि वाइब्रेशन से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है।

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