- यूपी बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन कराने लिए लगाए गए है 1,88,000 परीक्षक

- 18 फरवरी से शुरू हो रही है यूपी बोर्ड की परीक्षा

- 6 मार्च तक संचालित होगी यूपी बोर्ड की परीक्षा

- 56 लाख से अधिक है इस बार बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी

- 30,25,442 स्टूडेंट्स हाईस्कूल परीक्षा में होंगे शामिल

- 16,63,072 बालक और 13,62,370 बालिका देंगी हाई स्कूल में यूपी बोर्ड की परीक्षा

-25,86,247 स्टूडेंट्स देंगे इस बार इंटरमीडिएट की परीक्षा

- 14,65,844 ब्वायज और 11,20,403 ग‌र्ल्स परीक्षा में होगी शामिल

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PRAYAGRAJ: यूपी बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए बोर्ड की तरफ से हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। जिससे किसी भी लेवल पर कोई दिक्कत न हो सके। सीसीटीवी, वाइस रिकार्डर के बाद अब परीक्षा केन्द्रों में परीक्षकों की संख्या में भी इजाफा किया गया है। जहां पिछले सालों के मुकाबले इस बार क्लास रूम में परीक्षा के दौरान ड्यूटी करने वाले परीक्षकों की संख्या में भी काफी इजाफा किया गया है। पिछले साल जहां 58 लाख से अधिक परीक्षार्थियों के बाद भी परीक्षकों की संख्या डेढ़ लाख के अंदर थी, वहीं इस बार परीक्षार्थियों की संख्या कम होने के बाद भी पिछले साल के मुकाबले अधिक है। इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए 1 लाख 88 हजार से अधिक परीक्षक तैनात किए गए है।

नकल रोकने के लिए बढ़ाई संख्या

बोर्ड परीक्षा को पूरी तरह से नकल विहीन कराने के लिए बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि कई जगह परीक्षकों की संख्या की कमी को लेकर सूचनाएं आती थी। ऐसे में शासन की मंशा के अनुरूप परीक्षकों की संख्या अधिक की गई है। ऐसे में इस बार एक परीक्षक पर 29 बच्चों के निगरानी की जिम्मेदारी होगी। जिससे परीक्षा के दौरान नकल की सभी प्रकार की संभावनाएं खत्म हो सके। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार लास्ट इयर के मुकाबले परीक्षार्थियों की संख्या कम होने के बाद भी परीक्षकों की संख्या को बढ़ाया गया है। जिससे किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो सके।

बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है। इसी के मद्देनजर इस बार पिछले बार की तुलना में अधिक इनविजिलेटर को लगाया गया है।

नीना श्रीवास्तव, सचिव, यूपी बोर्ड