कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Anant Chaturdashi 2021: हिंदू धर्म में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी का पर्व काफी विधिविधान से मनाया जाता है। इसे अनन्त चौदस के नाम से भी जाना जाता है। इस साल अनंत चतुर्दशी का पर्व 19 सितंबर, दिन रविवार को मनाया जाएगा। भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 19 सितंबर दिन रविवार को सुबह 06 बजे से शुरू होगी और अगले दिन 20 सितंबर सोमवार को सुबह 05 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। इसलिए 19 सितंबर को पूरे दिन चतुर्दशी होने से अनंत का पूजन किया जा सकेगा। अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान आनंद की पूजा की जाती है। इस दिन पूजन के साथ व्रत रखने की भी परंपरा है।

अनंत चतुर्दशी के दिन ऐसे करें पूजा

अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के समक्ष 14 गांठ वाला अनंत सूत्र रखते हैं। इसके बाद जल, रोली, चंदन, धूप और दीप आदि से अनंत सूत्र और भगवान विष्णु की पूजा करें। पूजन के समय इस मंत्र 'समय ॐ अनंताय नमः' का जाप अवश्य करें। वहीं अनंत सूत्र को धारण करते समय देवता का ध्यान करते रहना चाहिए। मान्यता है कि अनंत सूत्र की चौदह गांठें हरि द्वारा उत्पन्न चौदह लोकों (तल, अतल, वितल, सुतल,तलातल,रसातल,पाताल, भू, भुवः,स्व,जन, तप, सत्य,मह) की रचना के प्रतीक हैं।

पूजन के बाद सुने अनंत देव की कथा

वहीं पूजन के पश्चात अनंत देव की कथा सुननी चाहिए। अनंत सूत्र को धारण करने को लेकर भी लोगों के मान्यता है कि पुरुषों को दाएं हाथ में और महिलाओं को बाएं हाथ में बांधना चाहिए। इसके अलावा इस दिन ब्राह्मणों को दान करके या भोजन कराएं और फिर स्वयं भोजन ग्रहण करें। इस दिन नमक रहित भोजन करना चाहिए। इसे अलोना भोजन के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान सत्यनारायण की व्रत कथा भी सुनी जाती है। इसके अलावा इस दिन गणेश महोत्सव का विसर्जन होता है।

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