नई दिल्ली (पीटीआई)। पूर्व भारतीय महिला कप्तान अंजुम चोपड़ा का कहना है कि, इस साल भारतीय महिला टीम अगर वर्ल्डकप जीत जाती तो स्थिति काफी बदल सकती थी। अगर ऐसा होता तो वुमेंस आईपीएल के आयोजन को कोई नहीं रोक पाता। हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में, भारतीय टीम ने इस साल ऑस्ट्रेलिया में हुए महिला टी 20 विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया, मगर खिताबी भिड़ंत में भारत को कंगारुओं से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय महिला टीम विश्व कप कब जीतेगी, यह तो समय बताएगा। पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा कहती हैं कि एक विश्वकप जीत भारतीय महिला क्रिकेट को पूरी तरह से बदल देगी।

विजेता और उपविजेता के बीच बड़ा अंतर

चोपड़ा ने पीटीआई से बातचीत में कहा, "महिला आईपीएल फिलहाल प्रोसेस में है। पिछली बार महिला टी 20 चैलेंज में चार टीमों ने हिस्सा लिया था, इस बार ये संख्या बढ़कर सात होने वाली है। यह एक सकारात्मक कदम है। अगर महिला टीम ने इस साल विश्व कप जीता होता, तो मैचों की संख्या अधिक होती। विजेता और उपविजेता के बीच बड़ा अंतर होता है।"

एक जीत पूरी जनरेशन को बदल देती है

भारत के लिए 17 साल तक क्रिकेट खेलने वाली अंजुम चोपड़ा ने छह विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। यही नहीं वह 100 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली पहली महिला क्रिकेट बनी। उन्होंने आगे कहा, "एक जीत (पिछले टी 20 विश्व कप के फाइनल में) एक पूरी जनरेशन को बदल सकती है।' महिलाओं के खेल में तेजी से आगे बढऩे का जिक्र करते हुए, उन्होंने विश्व क्रिकेट परिषद (ICC) को "सचेत रूप से इसे बनाने" के लिए प्रशंसा की।

इस बार काफी देखा गया महिला वर्ल्डकप

इस महीने की शुरुआत में खत्म हुए आईसीसी महिला टी 20 विश्व कप ने वुमेंस क्रिकेट इतिहास में कई कीर्तिमान स्थापित किए। जिसके परिणामस्वरूप आधिकारिक ब्रॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स ने नए रिकॉर्ड अपने नाम किए। ब्रॉडकास्टर्स द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार, इस बार टीवी पर पिछले वर्ल्डकप की तुलना में तीन गुना ज्यादा बार मैच देखा गया। टूर्नामेंट के दौरान टीवी पर कुल व्यूवरशिप 5.4 अरब मिनट की रही जबकि 2018 में खेले गए पिछले संस्करण में यह 1.8 थी। फाइनल में जब भारत और ऑस्ट्रेलिया का सामना हुआ थो इसे करीब 9.9 मिलियन लोगों ने देखा जो किसी भी महिला टी 20 मैच के लिए सबसे अधिक है।

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