वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वेस्ट प्वाइंट स्थित 2020 यूएसएमए ग्रेजुएशन सेरेमनी को संबोधित करेंगे। इस ऐतिहासिक मौके पर नारंग ने कहा कि वे यहां से ग्रेजुएशन करने पर काफी उत्साहित हैं और सम्मानित महसूस कर रही हैं। यहां से ग्रेजुएशन करना उनका सपना था जो अब पूरा होने जा रहा है। जाॅर्जिया में उनके घर और उनके कम्युनिटी के लोगों की भावनाएं उनके लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। इससे उन्हें आत्मविश्वास और संबल मिलता है। इसी के बूते उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।

पहली पोस्टिंग ओकिनावा में

उन्होंने कहा कि उन्होंने अन्य सिख अमेरिकियों को दिखा दिया है कि यदि कोई चुनौती को मन से स्वीकार कर ले तो वह अपने द्वारा तय किया गया कोई भी लक्ष्य पा सकता है। नारंग ने अपना बेसिक ऑफिसर लीडरशिप कोर्स (बीओएलसी) ओकलाहाॅमा के लाॅटन स्थित फोर्ट सिल से पूरा करेंगी। बीओएलसी पूरा करने के बाद उनकी पहली तैनाती जनवरी 2021 में जापान के ओकिनावा में होगी। परदेश में उनकी दूसरी पीढ़ी की पैदाईश है। वे जाॅर्जिया के रोजवेल में बड़ी हुई हैं। नारंग को सेना में जाने की प्रेरणा उनके नाना से मिली जो भारतीय सेना में थे।

नेशनल म्यूजियम देख सेना में जाने की ठानी

मीडिया को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि हाई स्कूल के दौरान वे अपने परिवार के साथ हवाई के होनोलूलू स्थित पर्ल हार्बर नेशनल म्यूजियम देखने गईं। इसके बाद वे इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने सेना में जाने को ठान लिया और वेस्ट प्वाइंट में प्रवेश के लिए आवेदन शुरू कर दिया। वेस्ट प्वाइंट में जाने से पहले उन्होंने जाॅर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी से एक साल अंडरग्रेजुएट पढ़ाई भी की थी। वे वहां न्यूक्लीयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थीं और एयर डिफेंस सिस्टम में अपना करियर बनाना चाहती थीं।

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