मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में दो दिवसीय वार्षिक एंटरप्रेन्योरशिप समिट का हुआ समापन

ALLAHABAD: एक उद्यमी की जिंदगी ऐसी होती है कि एक जीवन में ही सातों जन्म जी लो। बस आवश्यकता इस बात की होनी चाहिए कि सकारात्मक सोच और ईमानदारी के साथ काम को अंजाम दिया जाए। तब न केवल सफलता आपके कदम चूमेगी बल्कि अधिक से अधिक लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत का जरिया भी बनेगी। यह बातें संयुक्त राष्ट्र संघ के पूर्व उपनिदेशक प्रो। किशोर मध्यान ने मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में चल रहे दो दिवसीय वार्षिक एंटरप्रेन्योरशिप समिट 2017 रेनेसांस के समापन अवसर पर रविवार को भावी टेक्नोक्रेट्स से कही।

खुद पर रखें भरोसा, बढ़ें आगे

प्रो। मध्यान ने कहा कि कभी-कभी कामयाब होने के लिए जोखिम भी लेना पड़ सकता है लेकिन खुद पर भरोसा रखकर आगे बढ़ना चाहिए। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के पूर्व निदेशक अमाजीत गुप्ता ने कहा कि हमें कुछ भी शुरू करने से पहले ये जानना आवश्यक है कि अभी हम कहां खड़े हैं और आगे जाने के लिए किस रास्ते पर चलने की आवश्यकता है।

अमाजीत ने उबेर का दिया उदाहरण

अमाजीत गुप्ता ने उद्यमिता के नए पहलुओं का जिक्र करते हुए उबेर का जिक्र भी किया कि कैसे बिना एक भी टैक्सी का मालिक बने यह कंपनी कामयाबी की ऊंचाई पर है। इतना ही नहीं उन्होंने भावी टेक्नोक्रेट्स को जिफी होम्स कंपनी के मालिक सलील अग्रवाल का भी उदाहरण दिया। बताया कि उद्यमिता का मतलब एक ऐसी जिंदगी जीना होता है, जहां आप दूसरों को प्रोत्साहित कर सकें।