- आर्य कन्या डिग्री कालेज के वार्षिकोत्सव अमृत कलश का समापन

- डिप्टी स्पीकर राज्यसभा ने महर्षि दयानंद के विचारों पर की चर्चा

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आर्य कन्या डिग्री कॉलेज में 45वें दो दिवसीय वार्षिकोत्सव अमृत कलश का सोमवार को समापन हो गया। इस मौके पर सोमवार को कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई। इसके बाद वंदना और अतिथियों के स्वागत के बाद अध्यक्ष, नासी निकाय पंकज जयसवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन किया। प्राचार्य डॉ। रमा सिंह ने कालेज की प्रगति एवं उपलब्धियों से अवगत कराया था शैक्षिक सत्र में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों, प्रशिक्षणों एवं जागरूकता अभियान का ब्यौरा लोगों के सामने रखा। कार्यक्रम के चीफ गेस्ट डिप्टी स्पीकर राज्य सभा हरिवंश नारायण सिंह ने महर्षि दयानंद के सिद्धांत पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि मैकाले की शिक्षा पद्वति के विकल्प के रूप में डीएवी संस्थान सामने आए। महर्षि दयानंद ने समाज को ज्ञानमूलक बनाना चाहा, जहां महिलाओं की बराबर की भागीदारी होनी चाहिए।

महिलाओं को सशक्त बनाने में प्रयासरत है आर्य कन्या

चीफ गेस्ट डिप्टी स्पीकर हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि आर्य कन्या डिग्री कालेज महर्षि दयानंद के ज्ञानमूलक समाज की संकल्पना को साकार करने में जुटा है। कालेज कला संकाय के साथ ही कामर्स व शीघ्र ही विधि संकाय के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयासरत है। विशिष्ट अतिथि कुलपति इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रो। रतन लाल हांगलू ने डिग्री कालेज की प्रशंसा करते हुए कहा कि आधारभूत संरचना कम होने के बाद भी कालेज विभिन्न संकायों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बना रहा है। जो आगे चलकर भारत को नेतृत्व प्रदान करेगी। महाविद्यालय में विधि संकाय प्रदान करने की घोषणा के साथ ही अन्य विषयों में भी पीजी चलाने के लिए कहा। अध्यक्षीय वक्तव्य में रिाज्यसभा सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह ने राज्यसभा के डिप्टी स्पीकर को प्रयागराज की धरती पर पधारने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कुलपति के द्वारा पूरब के आक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की गरिमामय पद वापस दिलाने के लिए किए जा रहे कार्यो की सराहना की। इस मौके पर कालेज के नवनिर्मित वाणिज्य भवन का लोकार्पण किया एवं कालेज की पत्रिका आर्य गरिमा एवं न्यूज लेटर का विमोचन किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की हुई मोहक प्रस्तुतियां

वार्षिकोत्सव अमृत कलश के दौरान छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मोहक प्रस्तुतियां की गई। राजस्थानी डांस मरोडया लाय दो जी बाजूदार दंग्डी तो लावणी ने खूब तालियां बटोरी। बाजे रे बाजे, हाय रे बाजे जैसे यूपी के लोक गीतों को भी छात्राओं के शानदार अंदाज में प्रस्तुत किया। इस दौरान ध्रुवस्वामिनी नाटक के मंचन ने भी जमकर तालियां बठोरी। वार्षिकोत्सव के दौरान छात्राओं को मेडल व सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए। सर्वाधिक अंक हासिल करने के लिए शिखा मिश्रा, सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कल्पना यादव व शिल्पा सिंह को मेडल दिए गए। इस अवसर पर डॉ। कल्पना वर्मा की पुस्तक परम्परा व आधुनिकता व डॉ। ज्योति रानी जयसवाल की पुस्तक झरोखा जिंदगी का विमोचन सभी गेस्ट ने किया। आखिर में गांधी जी के प्रिय रामधुन व राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।