इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल छात्र नेताओं की वर्चस्व की जंग में अखाड़ा बन गये हैं. यूनिवर्सिटी की हॉस्टल में दो साल के भीतर तीन हत्याएं हो चुकी हैं. दो हत्याएं तो गोली मारकर इसी हॉस्टल में की गयीं. तीसरी हत्या की पृष्ठभूमि भी इसी हॉस्टल से तैयार हुई थी. यहां आधी रात के बाद तक चलने वाली पार्टी और हॉस्टल के बाहर के लोगों का जमावड़ा बड़ा खतरा बनकर सामने आया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन भी इससे अंजान नहीं है. प्रशासन की तरफ से चिट्टी भेजकर पुलिस को अवगत करा दिया गया है कि कैंपस की स्थिति ठीक नहीं है. हॉस्टल खाली कराने के साथ ही कई प्वाइंट्स पर पुलिस की तैनाती की भी मांग की गयी है.

अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुका एलएलबी का छात्र था मारा गया रोहित शुक्ला

पीसीबी हॉस्टल में रात दो बजे मारी गयी गोली, आन द स्पॉट मौत, नामजद रिपोर्ट

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र नेता और एलएलबी के छात्र रोहित शुक्ला (25) की सोमवार की रात करीब दो बजे पीसीबी हॉस्टल में गोली मारकर हत्या कर दी गई. गोली मारने का आरोप जिन छह लोगों पर लगा है वे भी छात्रनेता ही हैं. इस घटना का सोमवार की सुबह पता चलने पर छात्र तैश में आ गये. कैंपस का माहौल गरम हो गया तो चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गयी. घटना के संबंध में नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी गयी है. पुलिस नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है. घटना के पीछे ठेकेदारी में वर्चस्व कायम करना बताया जाता है लेकिन पुलिस का कहना है कि जब तक आरोपित पकड़ में न आ जाएं, कुछ भी कहना ठीक नहीं है.

आदर्श की कॉल पर हॉस्टल पहुंचा रोहित

मूलरूप में बारा थाना क्षेत्र के लोहगरा का रहने वाला रोहित शुक्ला इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एलएलबी की पढ़ाई कर रहा था. इस साल उसका थर्ड ईयर था. उसके पिता राकेश चन्द्र शुक्ला पीडब्लूडी में ठेकेदार हैं. रोहित कुछ समय से जार्जटाउन में परिवार के साथ रहता था. रोहित के पिता राकेश चन्द्र शुक्ला ने बताया कि रात करीब दो बजे आदर्श त्रिपाठी की कॉल रोहित के मोबाइल पर आयी थी. उसने फोन करके रोहित को मिलने के लिए पीसीबी हॉस्टल बुलाया था. जिसके बाद रोहित पीसीबी हॉस्टल के लिए निकल गया.

सेकंड फ्लोर पर सामने से मारी गयी गोली

पीसीबी हॉस्टल में रोहित जैसे ही सेकेंड फ्लोर पर पहुंचा उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसने लगीं. रोहित के सिर, मुंह, पेट और गर्दन पर चार गोलियां लगी. जिससे सेकेंड फ्लोर पर सीढ़ी के बगल बने वाशरूम केफर्श पर गिर गया और तड़पने लगा. इसके बाद हत्यारोपी धमकी देते हुए वहां से भाग निकले. गोली कांड से हॉस्टल में जाग रहे चुनिन्दा छात्र सन्नाटे में आ गये. उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी तो पुलिस अफसरों के पैरों तले जमीन खिसक गयी. आनन-फानन में छात्र रोहित को लेकर एसआरएन हॉस्पिटल पहुंचे जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. इससे पहले की घटना को लेकर छात्रों का गुस्सा भड़कता पुलिस भी पीछे से पहुंच गयी. सुबह रोहित की हत्या की खबर मिलते ही उसके साथियों ने हंगामा शुरू कर दिया. सूचना मिलते ही एडीजी एसएन साबत समेत आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने अधिकारियों ने किसी प्रकार हंगामा कर रहे छात्रों को शांत कराया. गौरतलब है कि पूर्व छात्रनच्ता अच्युतानंद शुक्ला की भी इसी हॉस्टल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रोच्ति अच्युतानंद हत्याकांड में चश्मदीद गवाह भी था.

ठेकेदारी और छात्र राजनीति को लेकर चल रहा था विवाद

घटना के संबंध में छात्रनेता आदर्श त्रिपाठी, हिमांशु सिंह, हरिओम त्रिपाठी, नवनीत उर्फ अभिषेक यादव, प्रशांत उपाध्याय और सौरभ विश्वकर्मा के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है. हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की तीन टीमों को लगाया गया है. पुलिस की शुरूआती जांच में कई मामले सामने आये हैं. इसमें मुख्य कारण यूनिवर्सिटी में एक भवन निर्माण का ठेका बताया गया है. ठेके को लेकर रोहित और आदर्श के बीच विवाद चल रहा था. इसके साथ ही छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर रोहित चुनाव लड़ चुका था. इससे छात्र राजनीति में वर्चस्व को लेकर भी रंजिश भी चर्चा में है. पुलिस सूत्रों की माने तो आदर्श नैनी जेल में बंद माइकल का करीबी है. फिलहाल पुलिस इन्हीं मुख्य बिन्दुओं पर जांच में जुटी है.

रसूलाबाद घाट पर हुआ अंतिम संस्कार

मृतक रोहित शुक्ला की बॉडी का पोस्टमार्टम डीएम के विशेष आदेश पर दिन में ही करा दिया गया. परिवार के लोग उसकी बॉडी को लेकर घर जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं थी. पुलिस के दबाव में बाडी को सीधे रसूलाबाद घाट ले जाया गया. यहां उसका अंतिम संस्कार हुआ. यहां बड़ी संख्या में छात्र और छात्र नेता मौजूद रहे. पुलिस भी चौकन्नी रही बाकी भीड़ कोई प्राब्लम क्रिएट न करे.

नामजद एफआईआर दर्ज करायी गयी है. इन सभी को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगा दी गयी हैं. सभी आरोपितों के संभावित ठिकानों पर टीमें दबिश दे रही हैं. पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द सभी को गिरफ्तार कर लिया जाय.

बृजेश श्रीवास्तव

एसपी सिटी