- कैंट थाना में दर्ज कराई गई एफआईआर, पांच हजार रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ा

GORAKHPUR: चकबंदी विभाग में रकबा बढ़ाने के लिए घूस ली जा रही है। इसका पर्दाफाश तब हुआ जब सोमवार को पांच हजार रुपए की घूस लेते हुए कानूनगो रंगेहाथ पकड़ा गया। आरोपित लेखपाल के खिलाफ कैंट थाना में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया गया। कार्रवाई से लेखपालों में हड़कंप मचा हुआ है। आरोपित लेखपाल राजू अरुण के खिलाफ किसान ने शिकायत दर्ज कराई थी।

भूमि बढ़ाने को मांग रहा था रुपए

खोराबार एरिया केजंगल केवटली निवासी चौथी प्रसाद गुप्ता के खेत का रकबा चकबंदी में कम हो गया था। उन्होंने इसकी शिकायत सीओ चकबंदी कर से की। सीओ ने हलका कानूनगो से रिपोर्ट मांगी। सीओ ने हलका कानूनगो राजू अरुण को रिपोर्ट लगाने को कहा। लेकिन रुपए की डिमांड करके कानूनगो ने पीडि़त को दौड़ाना शुरू कर दिया। बाद में रिपोर्ट लगाने के बदले कम से कम 20 हजार रुपए देने को कहा। किसी तरह से 12 हजार में मामला तय हुआ। चौथी प्रसाद ने सात हजार रुपए का भुगतान एक हफ्ते पहले कर दिया। आधे से ज्यादा रकम लेकर भी कानूनगो मामला टरकाता रहा। पूरे रुपए देने पर रिपोर्ट लगाने की बात कही।

एडवांस लेकर भी नहीं किया काम

कानूनगो की हरकतों से तंग आकर पीडि़त ने एंटी करप्शन की ट्रैप टीम से शिकायत दर्ज कराई। 21 दिसंबर को शिकायत सामने आने पर इंस्पेक्टर देव प्रकाश रावत की अगुवाई में टीम गठित हुई। सोमवार को पूर्व निर्धारित योजना के तहत टीम के सदस्य कलेक्ट्रेट में पहुंचे। टीम ने पांच हजार रुपए की नोट पर केमिकल लगाकर चौथी को दे दिया। कलेक्ट्रेट के अंग्रेजी दफ्तर के सामने पार्क में साढ़े तीन बजे रुपए लेने पहुंचे कानूनगो को टीम ने दबोच लिया। आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस जांच में जुटी है।

वर्जन

पीडि़त की शिकायत पर कार्रवाई की गई। आरोपित कानूनगो को नकदी लेते हुए रंगेहाथ अरेस्ट किया गया।

देव प्रकाश रावत, इंस्पेक्टर