- 1600 वॉयल वैक्सीन की की गई है आपूर्ति

- 10 से 15 वॉयल की खपत होती है जिला अस्पताल में रोजाना

- 5 वैक्सीन लगती हैं एक वॉयल से

- 50 से 60 मरीजों को रोजाना दी जा रही है वैक्सीन

मेरठ। पिछले एक साल से एंटी रेबीज वैक्सीन की कमी से जूझ रहे जिला सरकारी अस्पताल में अब संकट खत्म हो गया है। एंटी रेबीज वैक्सीन के लिए मरीजों को प्रमाण देना होगा। इसके पहले मरीज की काउंसिलिंग होगी।

ये है जरूरी

एआरवी के लिए मरीज को निवास की पहचान के लिए सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य है। इसमें आधार कार्ड के अलावा कोई भी एड्रेस प्रूफ दिखाया जा सकता है। दरअसल, अस्पताल में सिर्फ आसपास के इलाके वाले मरीज को ही वैक्सीन मिलेगी। वहीं दूर-दराज के इमरजेंसी केस में ही वैक्सीन दी जाएगी।

वर्जन

हमारे यहां मवाना, हस्तिनापुर, बडौत, आदि क्षेत्रों से भी मरीज वैक्सीन लेने आते हैं। जबकि सीएमओ ऑफिस से यहां सीएचसी, पीएचसी सेंटर्स पर वैक्सीन उपलब्ध होती है। ऐसे में शहरी मरीजों के लिए वैक्सीन की कमी हो जाती है।

डॉ। एके कौशिक,चीफ फार्मेसिस्ट

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वर्जन

वैक्सीन की किल्लत खत्म हो गई है। 1600 के करीब वॉयल आ गए हैं। मरीजों को अब किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पडे़गा।

डॉ। प्रवीन कुमार बंसल, एसआईसी। जिला सरकारी चिकित्सालय