RANCHI : नगर निगम की वर्किग प्रणाली एक बार फिर सुर्खियों में है। ताजा मामला भी किसी हैरत से कम नहीं है। न एप्लिकेशन दिया और न ही कनेक्शन लिया, इसके बाद भी पानी का बिल भेज दिया गया 28 हजार रुपये का। जी हां, कुछ ऐसी ही अजीबोगरीब करतूत रांची नगर निगम के टैक्स कलेक्टर कर रहे हैं। अपना टारगेट पूरा करने के चक्कर में और कई लोगों को अनाप-शनाप बिल थमा दिया गया है। जिससे कि उनकी नींद उड़ गई है। परेशान लोग नगर निगम के चक्कर लगा रहे हैं। इसके बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।

मीटर वालों को भी लंबा बिल

नगर निगम से पानी का कनेक्शन लेने के बाद कंज्यूमर्स को घर में मीटर लगवाना जरूरी है। जिन लोगों ने कनेक्शन लिया है उन्होंने घरों में मीटर लगवा रखा है। और पानी सप्लाई की रीडिंग भी हो रही है। इसके बाद भी टैक्स कलेक्टरों ने उन्हें एवरेज बिल थमा दिया है। यह बिल भी इतना ज्यादा है कि कंज्यूमर उसे चुकाने में असमर्थ हैं। इनमें कई ऐसे हैं जिन्होंने पानी का यूज ही नहीं किया लेकिन उनके यहां भारी भरकम बिल भेज दिया गया है। इससे लोग टेंशन में हैं। 2006 से भेजा है पानी का बिल

पानी का बिल जेनरेट करने वाले टैक्स कलेक्टरों की मनमानी का खामियाजा सिटी के लोग भुगत रहे हैं। मीटर नहीं लगाने वालों को हर महीने फिक्स बिल देना है। वहीं मीटर वालों को रीडिंग के आधार पर पेमेंट करना है। लेकिन सभी को नियमावली के आधार पर 2006 से ही फिक्स बिल जोड़कर भेज दिया गया है। जबकि कई लोगों ने तीन-चार साल पहले ही कनेक्शन लिया है।

केस वन

कृष्णा पुरी तारा भवन के झुन्नू बनर्जी के नाम से पानी का 28,600 रुपए का बिल भेजा गया है। जबकि आज तक इन्होंने न तो कभी पानी के कनेक्शन के लिए अप्लाई किया और न ही कनेक्शन लिया।

केस टू

बरियातू में रहने वाले बीएन सिंह ने नगर निगम से पानी का कनेक्शन लिया है। उन्होंने मीटर भी लगवाया है। जिसमें मात्र एक यूनिट पानी आया। जबकि इसके लिए उन्हें 20 हजार रुपये का बिल थमा दिया गया है।

केस 3

महावीर चौक में रहने वाली सरिता शर्मा ने कभी पानी कनेक्शन के लिए अप्लाई ही नहीं किया। इसके बावजूद नगर निगम के टैक्स कलेक्टर ने 36,845 रुपए का बिल भेज दिया। इस परेशानी से निजात के लिए अब वे निगम का चक्कर लगा रही हैं।