रंग दे बसंती और दिल्ली 6, राकेश की इन दोनों ही फिल्मों के संगीत को सभी ने बहुत सराहा। गोवा फिल्म महोत्सव के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए राकेश कहते हैं, ''रहमान के साथ अगर आपको संगीत बनाना है तो उनके साथ बस ढेर सारा समय व्यतीत कीजिए। उनसे बार-बार मिलिए और ये मुलाक़ात स्टूडियो तक ही सीमित मत रखिए."

राकेश के अनुसार, "कभी उनके साथ सैर पर निकल जाइए तो कभी कहीं बैठ कर खाना खा लीजिए। इस प्रक्रिया में संगीत कब बन जाएगा आपको पता ही नहीं चलेगा.''

अपनी बात को पूरा करते हुए राकेश कहते हैं, ''रहमान से आप अपनी फिल्म के बारे में बस बात करते रहिए। मेरी फिल्मों का संगीत कभी भी किसी एक परिस्थिति का मोहताज नहीं रहा है। बस हम बातें करते रहते हैं और जो संगीत बनता है अगर वो हमें अच्छा लगता है तो उसे हम अपनी फिल्म का हिस्सा बना लेते हैं.''

भाग मिल्खा भाग

फिल्म चाहे किसी भी निर्देशक की हो फिल्म की शुरुआत जिनती अहम होती है फिल्म का अंत भी उतना ही मायने रखता है। राकेश की क्या राय है इस बारे में?

राकेश कहते हैं, ''फिल्म के अंत की जहां तक बात है तो हैप्पी या सैड कुछ नहीं होता। सही और गलत होता है.'' राकेश ने फिल्मों में बतौर निर्देशक अपने करियर की शुरुआत साल 2001 में आई फिल्म 'अक्स' के साथ की थी। इन दिनों राकेश अपनी नई फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' में व्यस्त हैं। फिल्म में मुख्य भूमिका में हैं अभिनेता फरहान अख्तर और अभिनेत्री सोनम कपूर। फिल्म अगले साल जुलाई के महीने में रिलीज़ होगी।

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