-सोनीपत में गत दिनों हुई स्पर्धा में एक भी यूपी का खिलाड़ी नहीं कर सका क्वालीफाई

-आर्मी की टीम भी बैंकाक जाने से चूकी, अब मेरठ से खुलेगी अंतिम राह,

Meerut : देश दुनिया में सटीक निशानेबाजी कर सुर्खियां बटोरने वाले यूपी के धनुर्धर बैंकाक का टिकट नहीं कटा सके। आगामी 24 अक्टूबर से बैंकाक में खेली जाने वाली एशियन चैंपियनशिप में यूपी और आर्मी के खिलाड़ी क्वालीफाई नहीं कर सके, जिससे उनके लिए ओलंपिक की डगर कठिन हो गई है। इस स्पर्धा में बेहतरीन प्रदर्शन कर वह रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर सकते थे। अब इन खिलाडि़यों को नेशनल रैकिंग टूर्नामेंट के जरिए अपनी राह बनानी होगी।

मेरठ में लगाना होगा सटिक निशाना

पिछले दिनों हरियाणा के सोनीपत में एशियन चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाइंग स्पर्धा हुई, जिसमें यूपी के तमाम धनुर्धर अंक नहीं जुटा पाए। अगर इस स्पर्धा में क्वालीफाई करते तो उन्हें टर्की में होने वाले व‌र्ल्ड कप में खेलने का आसान अवसर मिल जाता। यूपी की टीम में तमाम तीरंदाज प्रभात आश्रम मेरठ के प्रशिक्षु रहे हैं, जिन्हें अब सीनियर नेशनल चैंपियनशिप के जरिए अपनी राह बनानी होगी। सोनीपत में खेली गई एशियन क्वालीफाइंग स्पर्धा में यूपी के विश्वास कुमार जैसे कई धनुर्धर फेल रहे। इस माह 14 अक्टूबर से मेरठ में होने वाली तीरंदाजी स्पर्धा में सटीक निशाना भेदकर वह रैंकिंग में सुधार कर सकते हैं, जहां से रियो ओलंपिक की राह खुलेगी। आर्चरी एसोसिएशन आगामी फरवरी से नेशनल रैकिंग ट्रायल आयोजित करेगी, जिसमें सेलेक्टेट तीरंदाज व‌र्ल्ड कप के लिए दावेदारी करेंगे। अगर तीरंदाज टर्की में जून में खेले जाने वाले व‌र्ल्ड कप में कामयाब रहे तो उन्हें रियो ओलंपिक का टिकट मिल सकता है। अब रियो ओलंपिक के लिए दुनियाभर की महज तीन टीमें ही स्थान बना सकेंगी। नेशनल रैकिंग टूर्नामेंट से व‌र्ल्ड कप के लिए कुल चार खिलाडि़यों का चयन होगा।

यूपी के पास प्रतिभाशाली तीरंदाजों की फौज है, किंतु उनके लिए संसाधनों को बढ़ाना होगा। सोनीपत में खेली गई क्वालीफाइंग स्पर्धा में यूपी के तीरंदाज चूक गए। आर्मी के खिलाड़ी भी चूक गए। अब मेरठ में होने वाली सीनियर चैंपियनशिप ही एकमात्र राह है।

रविशंकर, अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी कोच, टीम इंडिया