पॉलिटिकल लाइफ के लिए बड़ा झटका

इस साल के कैलेंडर में सितंबर महीने का पेज पलटने के साथ एक्स सीएम लालू प्रसाद यादव जैसे बड़ी पॉलिटिकल हस्ती के पॉलिटिकल लाइफ के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। कोर्ट ने चारा घोटाले में उन्हें दोषी करार दिया और उन्हें छठी बार जेल जाना पड़ा। उनके जेल जाने के साथ बिहार की पॉलिटिकल हलकों में कई चर्चाएं उभरी हैं।

लालू के बाद कौन?

कोर्ट के फैसले के बाद कोई उनके द्वारा आए सोशल चेंज का इतिहास बांच रहा है तो कइयों के पास उनके शासनकाल का चि_ा भी है। एक चर्चा यह भी है कि लालू के बाद कौन? सवाल के जवाब में कुछ नाम उभर रहे हैं जिसमें पार्टी लीडर्स के साथ हाल के वर्षों में पॉलिटिकली एक्टिव हुए लालू के बेटे भी शामिल हैं। पिछले विधानसभा इलेक्शन में लालू ने अपने छोटे बेटे तेजस्वी को लांच किया, लेकिन बड़ी हार ने यह लांचिंग फेल कर दी। ढाई साल बाद जब लालू ने गांधी मैदान में परिवर्तन रैली की तो स्टेज सिर्फ तेजस्वी के भरोसे नहीं था बल्कि उनकी सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती और बड़े बेटे तेजप्रताप का पार्टिसिपेशन भी बढ़ा।

ट्रंप कार्ड पर निगाहें

तेजस्वी ने पिछले विधानसभा में ही कैंपेन की जिम्मेदारी संभाली और तब से अब तक लगातार पूरे स्टेट भर में पब्लिक के बीच जा रहे हैं। वहीं तेजप्रताप पटना यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के साथ यदा-कदा ही पॉलिटिकली एक्टिव दिखते हैं। इन दोनों के साथ अर्से बाद लालू के साथ परिवर्तन रैली में मंच शेयर करती दिखी उनकी बड़ी बेटी मीसा। रैली के दौरान मीसा ने पॉलिटिक्स को ना नहीं कहा, बल्कि इसके लिए सही वक्त आने का इशारा किया। अब राजनीतिक जानकार भले ही पार्टी की कमान के लिए किसी का नाम आगे करें, लेकिन लालू के करिश्माई नाम का सहारा तेजस्वी, तेजप्रताप या मीसा को मिल सकता है।  

Profile

मीसा भारती

लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा की शादी कंप्यूटर इंजीनियर शैलेश कुमार के साथ दिसंबर 1999 में हुई थी। मीसा कभी-कभार फैमिली फंक्शंस में दिखती रही हैं, लेकिन परिवर्तन रैली में उनके एक्टिव पार्टिसिपेशन के बाद लालू की विरासत को संभालने में रोल होने से इनकार नहीं किया जा सकता।

तेज प्रताप

कुछ मायनों में पिता के नक्शेकदम पर चलते दिखे हैं तेजप्रताप। पिता की तरह बीएन कॉलेज से पढ़ाई कर रहे हैं और उन्होंने पीयू की स्टूडेंट पॉलिटिक्स में भी दखल दिया है। संयोग से 28 साल बाद पीयू में स्टूडेंट इलेक्शन तब हुए जब तेज यहां के स्टूडेंट हैं। लेकिन पार्टी की रैलियों में उनका आनाजाना अभी तक कम रहा है।

तेजस्वी

लालू की नेक्स्ट जेनरेशन में तेजस्वी सबसे एक्सपीरिएंस्ड हैं। 2010 के विधानसभा इलेक्शन में पार्टी का फेस बनकर उभरे, लेकिन पार्टी की हार ने उनकी एंट्री खराब कर दी। इसके बावजूद तेजस्वी तब से पूरे बिहार का दौरा कर रहे हैं, मोटिवेशन दे रहे हैं, अपनी पार्टी और अपने परिवार को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।